वसुंधरा, गहलोत की जोड़ी चाहती है CM भजनलाल को हटाना पर BJP आलाकमान का भरोसा कायम है मुख्यमंत्री पर?
मुख्यमंत्री पद को अपनी निजी जागीर समझने वाले नेता साधारण परिवार से पहली बार विधायक चुने और मुख्यमंत्री बने राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पचा नहीं पा रहे हैं?;
मोहम्मद हफीज, वरिष्ठ पत्रकार
इस देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य है की राज्य सत्ता में बेठै लोग और राज्य सरकार को चलाने वाले प्रशासनिक अधिकारी घोर सामंतवादी तानाशाह बन बैठे हैं. शासन प्रशासन के गलियारों में भ्रष्टाचार अब संस्थानिक और स्विकार्य बन गया है. आजादी के आमृत काल में गरीब और गरीबी की चिन्ता महज नेताओं के भाषणों में रस्मी जुमले बाजी तक सीमित होकर रह गई है. भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे नेता भ्रष्टाचार मिटाने पर उपदेश देते हैं कांग्रेस भाजपा दोनों ही दलों में अपनी अपनी पार्टी आलाकमान को बंधक बनाकर मुख्यमंत्री पद हथियाने वाले नेताओं की मिली भगत से राज्य के अनेक नो जवान नेताओं का भविष्य असमय समाप्त हुआ है जो समाज के लिए कुछ विशेष करना चाहते थे!
मुख्यमंत्री पद को अपनी निजी जागीर समझने वाले नेता साधारण परिवार से पहली बार विधायक चुने और मुख्यमंत्री बने राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पचा नहीं पा रहे हैं. यंहा गौरतलब होगा कि वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत दोनों के बीच गहरी मिलि भगत रहीं हैं दोनों ही मुख्यमंत्री बने अपनी सरकारों में एक दूसरे के शासन में हुए घोटालों पर चुपचाप अपने शासनकाल में पर्दा डाल उस पर सत्ता का लाल कालीन बिछाने का काम करते रहे हैं. चुनावी सभाओं में एक दूसरे को गरियाना भ्रष्टाचार के लिए स्वेत शाम रंग के पत्र निकालना जनता को बरगला कर सत्ता प्राप्त करने का खेल दोनों ही ओर से खेला जाता रहा है.
जनता को उसकी अंतिम सीमा तक मूर्ख बनाने के लिए जुमलों की बोछार गांधी वादी आम आदमी की सरकार राम राज्य भय भूख और भ्रष्टाचार मिटाने के दावे वादे कसमें खाई जाती है. बेचारी प्रदेश की जनता की मति भ्रमित हो जाती है और जनता का विश्वास फिर से छला जाता है. जनता के बीच सच्चाई का दावा करके नेताओं ने बहुत झूठ बोला है. जनता हर बार हर चुनाव में सरकार यह सोचकर बदलती है कि शायद यह अब सच्चा हो गया है. सच में अब हमारी मुसीबतों का अंत सरकार बदलते ही हो जाएगा. अब तंत्र के सामने लोक यानी जनता जीत जाएगी अफ़सर शाही लोक शाही के सामने सच्चा जन सेवक बनकर जनता की सेवा करेगी पर ये सब नेताओं के वादे खूबसूरत धोखे छलावे बनें हमारी आशाओं पर तुषारापात ही करती हैं.
हर चुनाव में जिस तरह शादी में अपना नेग लेने नाई मोची कुम्हार आते उसी भूमिका में बेशर्म मीडिया के भांड पत्रकार भी अपना पेकेज वसूली करने जजमान यानी विधायक प्रत्याशी को गरियाने पंहुच जाते हैं. देश के साथ प्रदेश का मीडिया अपने निजी हितों की पूर्ति में लगा है या फिर अपने पत्रकारिता की आड में किये कुकर्मों आर्थिक घोटालों पर सरकारी चाबुक चलने के भय से पालतू डोगी बन चुका है. वेसे भी हमारे देश में शक्ति शाली के सामने समर्पण करनें और शक्ति की पूजा होती है. मुगलों के सामने समर्पण रोटी बेटी का रिश्ता नो रत्न बनना अंग्रेजी सरकार में खान बहादुर राय बहादुर बने पेंशन पाने वाले माफी वीरों का अपना इतिहास है फिर आज के आर्थिक युग में तो बूढ़े मां बाप को ही बेघर करने वालो में नेतिकता बची कंहा है.
कोबरा पोस्ट के स्टिंग ऑपरेशन में भास्कर धन के बदले झूठी खबरें चलाने में नंगा हो चुका है इसी समूह का एक रिपोर्टर वेश्यावृत्ति के लिए माल सप्लाई में पकडा गया था सो अपना काम बनता भाड़ में जाए जनता हम तो झूठ की रोटी खाते है. किसी को क्या गरज?
राजे सरकार के इसी शासनकाल में महिन्द्रा सेज स्पेशल आर्थिक जोन का निर्माण हुआ था. महिन्द्रा सेज के लिए किसानों की भूमि अधिग्रहण को लेकर भाजपा सरकार के तत्कालीन काबिना मंत्री कद्दावर नेता से काफी विवाद भी हुआ था. बाद में उस नेता का राजे ने टिकिट कटा कर भाजपा से बाहर का रास्ता दिखा दिया था. विधानसभा चुनाव में रथ यात्रा के माध्यम से राजे सरकार के भ्रष्टाचार का ढिंढोरा पीटने के बाद गहलोत ने अपनी सरकार के चुनावी वादे अनुसार हाईकोर्ट के जज से लीपा-पोती करने के लिए जांच कराई यदि वास्तव में भ्रष्टाचार के लिए राजे सरकार को दंडित करना होता तो राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से जांच करानी थी जो नहीं हुई यह सिर्फ नूरा कुश्ती जनता की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास भर था.
खान आवंटन घोटाला एन एच आर एम घोटाला गहलोत सरकार का अपने परिवार को खानदान करने का घोटाला परिवहन विभाग का घोटाला एकल पट्टा घोटाला मेट्रो रेल घपला भूमी आवंटन घोटाले बिजोलिया में सेडं स्टोन माफिया हिम्मत गांग को कई सो एकड़ नियम 65में रामगंजमंडी में ऐ एस आई कंपनी को दश वर्ग कि.मी.खान आवंटन घोटाला विधुत विभाग आर पी एस सी भर्ती घोटाला बजरी खनन का बड़ा घपला रामगढ़ बांध के जल आवक क्षेत्र में निम्स यूनिवर्सिटी को भूमि आवंटन जो हमारे प्रयास से सुप्रीम कोर्ट में पार्टी बनने से निरस्त हुआ जिसकी हमने झूठा मुकदमा झेल कीमत चुकाई.
दरगाह अमानी शाह जयपुर की तीन सौ करोड़ की भूमि हड़पने का प्रयास हमने हाई कोर्ट में रिट कर बचाई अजमेर रोड जयपुर कई सौ करोड़ की भूमि घोटाला जल जीवन मिशन घोटाला सहित अनेक चर्चित घोटाले दोनों के शासन में हुए हैं. गहलोत सरकार के केबिनेट मंत्री महैश जोशी जल जीवन मिशन के कई सौ करोड़ रुपए के घोटाला करने के आरोप में जेल में बंद है. एक अन्य केबिनेट मंत्री के घर ईडी की रेड पड चुकी है तरस आता मंत्री के ज्ञान पर जो यह कहते है कि छापा डालने से पहले हमें नोटिस ईडी ने नहीं दिया!
इसी क्रम में बांरा ज़िले एक केबिनेट मंत्री भाया जी अपने पापों से बचने के लिए देश के होम मिनिस्टर अमित शाह से मिल चुकें जिसके आडियो भी वायरल हो चुकें हैं. हाल ही में भजन लाल सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने गोविंद सिंह डोटासरा कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कितने रिश्तेदार आर ऐ एस बने हैं उनकी कुंडली मेरे पास है खोल दिया तो बड़ी परेशानी होगी?
यदि ईमानदारी से जांच हो तो गांधी वादी गहलोत सरकार के बहू संख्यक मंत्री सलाखों के पीछे होंगे गहलोत सरकार में मंत्री रहे राजेन्द्र गुढा का यह बयान सोसल मीडिया में घूम रहा है.
एक बार जब ईश्वर के बारे में महात्मा गांधी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ईश्वर सत्य है. गांधी जी ने सत्य को अपने जीवन में ढाला सत्य के साथ प्रयोग किए सत्ता धन संसारिक भोग को त्यागकर गांधी जी ने परमार्थ जन कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया जन सेवा नर सेवा नारायण सेवा के माध्यम से गांधी जी ने सत्य ईश्वर को पाना चाहा अपना जीवन समर्पित कर दिया यही कारण है कि आज गांधी जी के नाम से अनेक बहरुपिए अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं. गांधी दर्शन से केवल सूत की माला ही उनके पास है बाकी तो सब ढोंग ही हैआर पी एस सी की उप निरीक्षक भर्ती के मुख्य सरगना अभी फरार है उनके पकड में आने से कई कांग्रेसी नेताओं का भांडा फूट सकता है इस आशंका से कांग्रेस परेशान हैं. इस मामले को रफा-दफा करने हेतु सब इंस्पेक्टर भर्ती को रद्द करने के लिए विभिन्न माध्यमों से सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है. ताकि भर्ती रद्द होने से सत्ता की आड में परिक्षा पेपर बेचने वाले कांग्रेसी नेता बच जाए!
वेसै भी इस समय देश के सभी राज्यों के कांग्रेस जन सत्ता की लूट-खसोट से कमाएं अपने धन और स्वयं को बचाने के लिए भाजपा का टूल बने कांग्रेस को ही निपटाने में लगे हैं बेचारे राहुल गांधी कांग्रेस में भाजपा के स्लीपर सेल बने नेताओं पर कार्रवाई की बात करते हों भले ही पर राहुल गांधी के सामने सबसे बड़ी चुनौती भ्रष्ट कांग्रेसी नेता ही बने हैं! धर्म निरपेक्ष हमारा देश अब शर्म निरपेक्ष बन गया है आज के नेताओं में शर्म लोकलाज बची कंहा है. अब तो देश की न्याय पालिका में भी बेशर्म बेईमान जज साहब अपना न्याय और अपना जमीर मात्र एक कुर्सी के बदले बेच रहे हैं. जजों के घर से करोड़ों रुपए मिल रहे है न्याय से ज्यादा कोर्ट फैसले कर रहे हैं पूरे देश में भय व्याप्त है न्याय पालिका भी इससे बचीं नहीं है जज लोया का उदाहरण हमारे सामने है. ईमानदारी की सजा जेल की काल कोठरी और हत्या के रूप में मिल रही है जुल्म पर जुल्म है नसीहत हैं जालिम की काट डालूंगा जुबां अगर तूने फरियाद की फिलहाल भाजपा की केन्द्र की सरकार में गुजरात लाबी पूरी तरह हावी है
अपने दुश्मन को बख्शना उनकी आदत नहीं है. उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड़ इसका ताज़ा उदाहरण है. ऐसे में मुख्य मंत्री भजनलाल शर्मा का हटना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन असंभव लग रहा है. हाँ इस बीच कांग्रेस नेताओं का दुष्प्रचार मुख्यमंत्री को लेकर जारी है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एक सार्वजनिक सभा में यह कहते हुए सुने गए कि मुख्यमंत्री को राज्य के एक आई पी एस अधिकारी ने धक्का मार दिया. मुख्यमंत्री जी आप उस अधिकारी का नाम बताएं पूरी कांग्रेस पार्टी आपके सम्मान के लिए संघर्ष करनें के लिए तैयार है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि हमारा सहयोग मुख्यमंत्री भजनलाल जी को मिलता रहेगा भाजपा अपने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को बदलना चाहती है. आखिर यह कांग्रेस की छटपटाहट बेचैनी क्यों है इसके पीछे मुख्य मंत्री से तार जोड़ कर अपनों को बचाने की मज़बूरी तों नहीं है!
यंहा गोरतलब होगा कि अशोक गहलोत सरकार को जब सचिन पायलेट और उसके साथियों ने देश के गृहमंत्री अमित शाह से मिलकर गिराने की योजना बनाई थी तब अमित शाह सचिन पायलेट की खुफिया मुलाकातों के बारे में सबसे पहले वसुंधरा राजे ने ही अपने विश्वसनीय एक पूर्व मंत्री को भेजकर अवगत कराया था. उसके बाद जो हुआ सब को पता है प्रमोद जेन भाया के भ्रष्टाचार पर कांग्रेस के ही पूर्व मंत्री भरतसिंह काफी मुखर रहे हैं. उन्होंने ने तो पोस्टर तक लगा दिए थे भाया रे भाया खूब खाया एक गांव तो पूरा खाया जब खाने की बात चली तो खासा कोठी होटल के बेशकीमती गलीचे चुराने के आरोप में राजे के करीबी कमठान पर एफ आई आर दर्ज हुई पर नतीजा ज़ीरो रहा जांच अधिकारी आई पी एस अधिकारी को काफी उत्पीड़न झेलना पड़ा था. इस पर कुछ यूंअर्ज है कि जवाब गरीबों के दुःखों का हुकूमत से नहीं मिलता
दुःखी दिलो से शासन इतनी दूर क्यों है हम नहीं समझे गरीबों का लहू जिन जिन की खुराकों में शामिल है उन्ही चेहरों पर रंग ओ नूर क्यों है हम नहीं समझे भगवान राम गांधी के नाम पर राजनीति करने वालों के जीवन में मर्यादा सुचेता ईमानदारी सत्य का अभाव है. पहले देश की गरीब अनपढ़ जनता को सत्य समझाकर वर्ष 1920 में गांधीजी ने शक्तिशाली अंग्रेजी सरकार के विरुद्ध असहयोग आंदोलन में खडा कर दिया था अब जनता को नफ़रत से भड़का कर वोट लिए जाते हैं.
अगड़ों को पिछड़ों से हिन्दू को मुस्लिम से दलित को सवर्ण से लड़ाओ कुर्सी बचाओ फिलहाल गहलोत वसुंधरा राजे जेसे नेताओं पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भारी पड रहें हैं. जनाधार वाले नेताओं पर आलाकमान की कृपा से यह संभव है. वे से राज्य में कांग्रेस आलाकमान की कृपा से ही गहलोत तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री बनने में सफल हुए हैं पर अपने पुत्र को ये दो बार लोकसभा चुनाव में जिताने में असफल रहे हैं. राजे जरुर अपने पुत्र दुष्यंत सिंह को लगातार चुनाव जिता कर लोकसभा में भेज रही है. फिलहाल राज्य में सत्ता प्राप्त करने का खेल जारी है शतरंज की बिसात पर मोहरे फिट है कब पेदल से हाथी का शिकार हो जाए इसके लिए पक्ष विपक्ष एक हो कर चालें चल रहे हैं खेल जारी है.