फ्लाइट MH370: 239 यात्रियों की मौत का जिम्मेदार निकला फिदाईन पायलट!

फ्लाइट के गायब होने से पहले फ्लाइट कैप्टन जहारी अहमद शाह ने कंट्रोल रूम को गुड नाइट कहा और उसके कुछ देर बाद ही जहाज रडार से गायब हो गया

Update: 2020-02-19 12:54 GMT

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट के इस बयान के बाद फिर से इन आशंकाओं को बल मिल गया है कि मलेशियाई फ्लाइट MH370 रहस्मय ढंग से गायब नहीं हुई बल्कि आतंकवाद का शिकार हुई थी। ध्यान रहे, आज से पांच साल 11 महीने 18 दिन पहले मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर से चीन की राजधानी बीजिंग के लिए उड़ी फ्लाइट MH370 के बीच रास्ते में गायब हो गयी थी। फ्लाइट के गायब होने से पहले फ्लाइट कैप्टन जहारी अहमद शाह ने कंट्रोल रूम को गुड नाइट कहा और उसके कुछ देर बाद ही जहाज रडार से गायब हो गया। 8 मार्च 2014 को मलेशिया का एक हवाई जहाज 239 यात्रियों को लेकर कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए उड़ा था।

सैटेलाइट इमेजरी से पता चला कि MH370 थाईलैण्ड की खाड़ी के ऊपर से उड़ते समय हवाई जहाज हिंद अचानक महासागर की तरफ तेजी से घूम गया...और उसके बाद आजतक उसका कुछ भी पता नहीं है। आज पांच साल 11 महीने 18 दिन बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने दावा किया है कि कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए उड़े जहाज संख्या MH370 का पायलट जहारी अहमद शाह एक फिदाईन था। उसने अपने साथ 15 देशों के कुल 239 नागरिकों को हिंद महासागर में सागर में डुबो कर मार डाला।

एक ब्रिटिश चैनल की न्यूज डॉक्युमेंट्री में टोनी एबॉट ने कहा है कि उन्हें मलेशिया का विमान गायब होने के करीब महीने भर में ही ये बता दिया गया था कि संभवतः उस विमान को खुद उसके पायलट ने ही जानबूझ कर डुबाया था। उन्होंने कहा कि मलेशिया की सरकार के टॉप लेवल के अधिकारियों के अनुसार पायलट ने आत्महत्या की और साथ ही विमान में मौजूद सैकड़ों लोगों के नरसंहार की वजह बना। डॉक्युमेंट्री में टोनी ने कहा कि मैं ये नहीं बताने जा रहा हूं कि किसने किसे क्या कहा, लेकिन टॉप लेवल के अधिकारी यही मानते हैं कि उस घटना के लिए पायलट ही जिम्मेदार है, जिसने जानबूझ कर प्लेन को डुबा दिया।

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबॉट के इस रहस्योद्घाटन के बाद अब यह माना जाने लगा है कि MH370 में सवार 15 देशों के 239 निर्दोष लोग आतंकवाद का शिकार हो गये। हालांकि, पायलट जहारी अहमद शाह के परिवार और मलेशिया के सिविल एविएशन रेगुलेटर के पूर्व चीफ अजहरुद्दीन अब्दुल रहमान ने कहा है कि टोनी एबॉट के दावे को साबित करने के पर्याप्त सबूत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक थ्योरी है। बता दें कि जब MH370 विमान गायब हुआ था तब अजहरुद्दीन ही सिविल एविएशन रेगुलेटर चीफ थे।

 

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