पाकिस्तान के परमाणु हथियारों से न्यूक्लियर युद्ध का खतराः US थिंक टैंक रिपोर्ट
पाकिस्तान का परमाणु हथियार कार्यक्रम रक्षा और सुरक्षा के कारणों से खतरनाक है
नई दिल्ली: पाकिस्तान के परमाणु हथियार ना सिर्फ क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरनाक हैं बल्कि वह लड़ाई को न्यूक्लियर वॉर तक भी ले जा सकता है. अमेरिका के एक थिंक-टैंक ने अपनी रिपोर्ट में ऐसी आशंका जाहिर की है.
अटलांटिक काउंसिल ने अपनी रिपोर्ट 'एशिया इन सेकेण्ड न्यूक्लियर एज' में कहा है कि ऐसा मालूम पड़ता है कि पाकिस्तान ने अभी तक अपनी परमाणु हथियार योजना का संचालन शुरू नहीं किया है.
इस महीने जारी रिपोर्ट में संस्था ने कहा है, 'पाकिस्तान का परमाणु हथियार कार्यक्रम रक्षा और सुरक्षा के कारणों से खतरनाक है और इसलिए भी खतरनाक है कि वह एक सामान्य लड़ाई को नाभिकीय युद्ध बनाने का सबसे सटीक रास्ता है.ऐसा मालूम नहीं होता है कि पाकिस्तान ने अभी तक अपनी परमाणु हथियार योजना का संचालन शुरू किया है.'
रिपोर्ट में कहा गया है कि क्षेत्र में सबसे बड़ा खतरा अत्याधुनिक और विविध परमाणु हथियारों से नहीं है बल्कि यह खतरा उनकी सुरक्षा कर रहे संस्थानों की स्थिरता को लेकर है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में जिस तरह के हालात है उनमें अगर परमाणु हथियार अगर किसी आतंकी के हाथ लग गए तो यह हर किसी के लिए घातक साबित हो सकता है.
उसमें कहा गया है, 'इस संबंध में, भविष्य में पाकिस्तान की स्थिरता का कयास लगाना आसान नहीं है.' पिछले चार दशकों में चरमपंथी जिहादी राज्येतर तत्वों के माध्यम से अफगानिस्तान और भारत में अशांति फैलाने की पाकिस्तान के प्रयासों से उसे भी तगड़ा झटका लगा है.