कश्‍मीर में यूरोपियन यूनियन के सांसदों की टोली, भड़के विपक्ष को नकवी ने बताया 'रोने का रोगी'

वेल्‍स से यूरोपियन संसद के सदस्‍य नाथन गिल ने कहा, "एक विदेशी प्रतिनिधिमंडल के रूप में कश्‍मीर जाकर खुद देखना कि वहां क्‍या हो रहा है, हमारे लिए अच्‍छा मौका है."

Update: 2019-10-29 09:11 GMT

यूरोपियन यूनियन (European Union) के 23 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल कश्‍मीर (Kashmir) पहुंच रहा है. जम्‍मू-कश्‍मीर को स्‍पेशल स्‍टेटस देने वाले आर्टिकल 370 हटने के बाद, पहली बार कोई विदेशी प्रतिनिधिमंडल वहां जा रहा है. 5 अगस्‍त को फैसला होने के बाद, घाटी में करीब दो महीने तक कम्‍युनिकेशन ठप कर दिया गया. हालांकि पिछले कुछ दिन में कई सारे प्रतिबंध हटाए गए हैं.

वेल्‍स से यूरोपियन संसद के सदस्‍य नाथन गिल ने कहा, "एक विदेशी प्रतिनिधिमंडल के रूप में कश्‍मीर जाकर खुद देखना कि वहां क्‍या हो रहा है, हमारे लिए अच्‍छा मौका है." European Union प्रतिनिधिमंडल का दौरा Kashmir को लेकर पाकिस्तान की तरफ से हो रही नेगेटिव बातों की काट बन सकता है.

विपक्ष ने यूरोपियन यूनियन के सांसदों को कश्‍मीर जाने देने की तीखी आलोचना की है. पूर्व कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने इस फैसले को 'गलत' बताया. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, "कश्मीर में यूरोपियन सांसदों को सैर-सपाटा और हस्तक्षेप की इजाजत लेकिन भारतीय सांसदों और नेताओं को पहुँचते ही हवाई अड्डे से वापस भेजा गया! बड़ा अनोखा राष्ट्रवाद है यह."



बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि 'भारत सरकार अगर अपने देश के खासकर विपक्षी पार्टियों के सांसदों को कश्‍मीर जाने की अनुमति दे देती तो बेहतर होता.'


बीजेपी नेता मुख्‍तार अब्‍बास नकवी ने राहुल-प्रियंका के ट्वीट पर कहा, "इन लोगों में इतनी नेगेटिविटी भर गई है कि हर समय रोने का रोग है. नेगेटिव और पॉजिटिव सबमे रोते ही रहेंगे. वो रोने के रोग से पीड़ित हैं. इन अज्ञानी-अज्ञानता से भरे लोगों को ये समझना चाहिए कि आज जो ये बोल रहे, उसका हर तरफ मजाक उड़ रहा है. हर चीज में सवाल खड़ा करते है ये लोग जिसका ना सिर है ना पैर है. एक तरफ (असुद्दीन) ओवैसी बोलेंगे दूसरी तरफ सीमा पार से उनका कोई साथी बोल देगा. ये सुर-राग बहुत दिनों से मिल रहा है इनका."

विपक्ष के किसी नेता को कश्‍मीर का दौरा करने नहीं दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट से अनुमति के बाद, कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद जरूर श्रीनगर गए थे. हालांकि उन्‍हें कोई राजनीतिक कार्यक्रम करने की इजाजत नहीं मिली थी.

एक दिन पहले, इस प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से मुलाकात की थी. प्रतिनिधिमंडल में यूके, फ्रांस, इटली, पोलैंड, जर्मनी के सदस्य हैं, जिन्होंने उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू से भी मुलाकात की थी.

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