भारत और ईरान के बीच 9 समझौतों पर हस्ताक्षर, रक्षा सुरक्षा और ऊर्जा पर हुई ठोस बात

ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कई अहम मुद्दों पर समझौते हुए.

Update: 2018-02-17 10:31 GMT
नई दिल्ली : तीन दिन के भारत दौरे पर आए ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कई अहम मुद्दों पर समझौते हुए। दोनों देशों के बीच दोहरे कर से बचने, वीजा नियम आसान करने और प्रत्यर्पण संधि समेत 9 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। बातचीत के बाद संयुक्त बयान में पीएम मोदी ने कहा कि चाबहार पोर्ट पर ईरान के सहयोग का शुक्रिया अदा करता हूं। चाबहार गेटवे के लिए भारत सहयोग करेगा।
बातचीत के बाद संयुक्त बयान में पीएम मोदी ने ईरान और भारत के मजबूत संबंधों का जिक्र करते हुए कहा, 'दोनों देश आपसी सहयोग बढ़ाने को इच्छुक हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में हम साझेदारी बढ़ाना चाहते हैं। इसके अलावा सदियों पूर्व आपसी सहयोग को बढ़ाने के इच्छुक हैं। रूहानी की यात्रा से दोनों देशों के संबंध मजबूत होंगे। '
पीएम ने कहा चाबहार पोर्ट के लिए ईरान के सहयोग पर धन्यवाद करते हुए कहा, 'चाबहार के लिए आपने जो नेतृत्व दिया है उसके लिए भारत आभार जताता है।' उन्होंने कहा, 'आज जो भी समझौते हुए वह पिछले कुछ समय में हुई प्रगति का परिणाम है। मैं 2016 में ईरान गया था और द्विपक्षीय यात्रा का रोडमैप तैयार किया था।'
पीएम ने कहा कि दोनों देश इस क्षेत्र को आतंकवाद से मुक्त देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'हम अपने पड़ोसी देश अफगानिस्तान को शांत, समृद्ध देखना चाहते हैं। अपने इस क्षेत्र को आतंकवाद से मुक्त देखना चाहते हैं।'
ईरान के राष्ट्रपति रूहानी ने भी कहा कि उनका देश भारत के साथ पुराने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रिश्तों को मजबूत करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'हम दोनों देशों के में रेलवे स्टेशन बनाना चाहते हैं। चाबहार पोर्ट का विकास जारी रहेगा।'
आपको बता दें पीएम मोदी साल 2016 में ईरान दौरे पर गए थे। बीते 10 सालों में ईरान के किसी राष्ट्रपति का यह पहला भारत दौरा है। रूहानी का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। सुबह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रूहानी से भेंट कर उनसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की थी। 

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