सुप्रीम कोर्ट में धारा 370 का विरोध करेगी शेहला रशीद जानिये कैसे?

हमारे लिए कुछ बचा नहीं है। मैंने अपने परिवार से रविवार रात में बात की थी और उन्होंने मुझे एक बार आकर हमें देख लो कहा।

Update: 2019-08-06 07:37 GMT

पटना- दिल्ली में कश्मीरी लोगों को धारा ३७० राष्ट्रीय राजधानी में रह रहे खत्म करने का सरकार का फैसला अनुचित लग रहा है। शेहला रशीद अब इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी।कश्मीरी छात्रों ने अनुच्छेद 370 को खत्म करने के केंद्र सरकार के कदम को तानाशाही करार देते हुए घाटी में रह रहे अपने परिवारों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) की पूर्व सदस्य शेहला राशिद ने कहा कि वह इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगी। राशिद पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल की राजनीतिक पार्टी जम्मू-कश्मीर पीपल्स मुवमेंट (जेकेपीएम) की भी सदस्य हैं। 

उन्होंने ट्वीट किया, 'हम आज पारित हुए आदेश को उच्चतम न्यायलय में चुनौती देंगे। 'सरकार की जगह 'राज्यपाल और 'संविधान सभा की जगह 'विधानसभा करना संविधान के साथ धोखाधड़ी है। प्रगतिशील तबकों से एकजुटता दिखाने की अपील करती हूं। आज दिल्ली और बेंगलुरु में प्रदर्शन होगा।' राशिद ने यह भी दावा किया कि कश्मीरी लोगों के मोबाइल फोन की इंटरनेट स्पीड को भी धीमा कर दिया गया है।

उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं वाई-फाई की मदद से सिर्फ ट्विटर पर पोस्ट कर पाई। राज्य से बाहर चल रहे सभी कश्मीरी लोगों के मोबाइल इंटरनेट को भी प्रतिबंधित किया गया है।' वहीं जेएनयूएसयू के महासचिव ऐजाज अहमद राठेर ने कहा, 'संसद के सदन से असंवैधानिक और तानाशाहीपूर्ण काम किए जा रहे हैं। हमारे लिए कुछ बचा नहीं है। मैंने अपने परिवार से रविवार रात में बात की थी और उन्होंने मुझे एक बार आकर हमें देख लो कहा। कश्मीर में सब कुछ बंद सरकार गलत कर रही है।हम अपने परिवारों से संपर्क करने में सक्षम नहीं हैं।

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