तो क्या बीजेपीअब माफिया मुख्तारअंसारी के बेटे के समर्थन से चलाएगी सरकार!
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड बहुमत के साथ एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है। योगी आदित्यनाथ 25 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ (yogi adityanath oath) लेंगे। साथ मंत्रिमंडल (Yogi cabinet) भी लगभग तय माना जा रहा है। इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) की हार के बाद अब गठबंधन की गांठें भी खुलने लगी हैं। जबकि सुहेलदेव राजभर समाज पार्टी उत्तर प्रदेश के माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी मऊ से विधायक चुने है।
तो क्या बीजेपी अब मुख्तार अंसारी के बेटे के समर्थन से सरकार चलाएगी। यह सवाल तो अब सब पूंछेंगे की अब बुलडोजर बाबा का अगला निशान कौन बनेगा? बीजेपी ने अब्बास अंसारी का वो वीडियो भी वायरल किया था जिसमें उन्होंने अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग का जिक्र किया था।
सूत्रों का दावा है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (suheldev bhartiya samaj party ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (om prakash rajbhar) दिल्ली गए हैं। जहां उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व यानी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), धर्मेंद्र प्रधान और सुनील बंसल से मुलाकात की। बताया जा रहा कि यह बैठक एक घंटे तक चली। चर्चा है कि ओपी राजभर (OP Rajbhar) एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ NDA में शामिल हो सकते हैं। हालांकि ओपी राजभर के बेटे ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का भारतीय जनता पार्टी के साथ जाने की खबर निराधार है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में ओपी राजभर की पार्टी सुभासपा ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की है। उन्होंने चुनाव से ठीक पहले बीजेपी का साथ छोड़कर समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया था। चर्चा है कि ओमप्रकाश राजभर ने अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और सुनील बंसल के साथ 18 मार्च को मुलाकात की। ओमप्रकाश राजभर की इन नेताओं के साथ मुलाकात करीब घंटे भर चली। वहीं कहा जा रहा है कि सुभासपा के एनडीए में शामिल होने के साथ ही उन्हें योगी सरकार के मंत्रिमंडल में भी जगह मिल सकती है। कयास लगाए जा रहे हैं कि ऐसा हुआ तो राजभर के साथ मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी भी एनडीए का हिस्सा होंगे।
मंत्री बनने के बाद बीजेपी के खिलाफ खोल दिया था मोर्चा
बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को यूपी चुनाव में प्रचंड जीत मिली। बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 403 में से 273 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की। ओमप्रकाश राजभर सपा के साथ गठबंधन में शामिल थे, उसे 125 सीटों से संतोष करना पड़ा। 2017 के विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश राजभर की पार्टी बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरी थी। चुनावी जीत के बाद यूपी में जब बीजेपी की सरकार बनी, ओमप्रकाश राजभर को योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में मंत्री भी बनाया गया, लेकिन कुछ समय बाद राजभर ने बीजेपी और योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
बेटे अरविंद राजभर ने पलट दी कहानी
ओपी राजभर ने यूपी विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव की सपा के साथ गठबंधन किया था। अब पिता को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच अरविंद राजभर ने इनका खंडन किया है। सोशल मीडिया पर अरविंद ने लिखा है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का बीजेपी के साथ जाने की खबर निराधार है। सुभासपा, समाजवादी पार्टी के साथ थी और रहेगी।