जब विकास दुबे चिल्लाया, 'मैं विकास दुबे हूँ....कानपुर वाला' और पुलिस ने रसीद कर दिया थप्पड़।

Update: 2020-07-09 06:27 GMT

कानपुर शूटआउट का मुख्य आरोपी विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार हो गया। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद भी विकास दुबे की हेकड़ी कम नहीं हुई। पुलिस ने उसे जब पकड़ा और गाड़ी में बैठाने लगी तो वह अपने हेकड़ी दिखाते हुए चिल्लाया, 'मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला।'

विकास दुबे के उज्जैन के महाकाल मंदिर में होने की सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उसे पकड़कर गाड़ी तक लाई। इस दौरान पुलिस ने उसे गर्दन के पिछले हिस्से, एक पुलिसवाले ने उसे कमर की ओर से और एक ने उसका हाथ पकड़ा ताकि वह भाग न निकले।

पकड़े जाने के बाद भी विकास दुबे के चेहरे पर कोई डर या शिकन नजर नहीं आई। वह उसी हेकड़ी से तनकर गाड़ी तक पहुंचा। गाड़ी के पास आकर जब पुलिस ने उसे पकड़कर अंदर बैठाने का प्रयास किया तो उसने पुलिस को धकमी दी कि वह कानपुर वाला विकास दुबे हैं। विकास दुबे जोर से चिल्लाया, 'मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला....' उसके इतना बोलते ही हेकड़ी कम करने के लिए पीछे खड़े एक पुलिसवाले ने उसे एक थप्पड़ मारा।



पुलिसवाले ने उसे पीछे से थप्पड़ मारा तो आगे खड़े एक पुलिसवाले को विकास दुबे ने गुस्से में आंखे दिखाईं। विकास को देखकर नहीं लग रहा था कि उसे गिरफ्तार होने का या फिर कानून का कोई खौफ नहीं है।

महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष ने बताया कि एनकाउंटर के डर से विकास दुबे खुद से सरेंडर करना चाहता था। मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद विकास दुबे चिल्ला चिल्लाकर कहने लगा कि वह ही विकास दुबे है। उसने महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मियों से कहने लगा कि पुलिस को सूचना दी जाए। उसके बाद महाकाल मंदिर के पुलिस चौकी को सूचना दी गई। यह पूरा प्रकरण करीब 9 बजे के आसपास हुआ। विकास दुबे ने 250 रुपये की रसीद कटवाकर मंदिर में दाखिल हुआ था।

  

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