लोगों को अधिकारों के साथ उनके कर्तव्यों का बोध कराता है संविधान : सिविल जज

Update: 2019-11-26 14:45 GMT

सिविल जज स्वतन्त्र सिंह रावत ने कहा कि संविधान विधि के शासन का मूलभूत आधार हैं,जो कि समस्त विधियों का शीर्ष स्त्रोत हैं उन्होंने कहा कि भारत के संविधान निर्माण हेतु देश की आजादी के बाद संविधान सभा का गठन किया गया तथा 26 नवम्बर 1949 को संविधान अपना लिया था, जबकि 26 जनवरी 1950 के दिन भारत का संविधान लागू हुआ। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान प्रत्येक नागरिक को मौलिक अधिकार प्रदान करता हैं, तथा कर्तव्यों को बताता हैं.

राम मिश्रा,अमेठी:देश भर में मंगलवार को 'संविधान दिवस' बड़े ही धूमधाम से मनाया गया उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में 'संविधान दिवस' के इस मौके पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया ।

संविधान दिवस' अंतर्गत जिले के नगर पंचायत कार्यालय मुसाफिरखाना में संविधान का शपथ विधि कार्यक्रम हुआ इस कार्यक्रम में सिविल जज स्वतन्त्र सिंह रावत ने उपस्थित लोगों को 'संविधान दिवस पर शपथ' दिलाई ।




 संविधान समस्त विधियों का शीर्ष स्त्रोत: सिविल जज-

इस अवसर पर सिविल जज स्वतन्त्र सिंह रावत ने कहा कि संविधान विधि के शासन का मूलभूत आधार हैं,जो कि समस्त विधियों का शीर्ष स्त्रोत हैं उन्होंने कहा कि भारत के संविधान निर्माण हेतु देश की आजादी के बाद संविधान सभा का गठन किया गया तथा 26 नवम्बर 1949 को संविधान अपना लिया था, जबकि 26 जनवरी 1950 के दिन भारत का संविधान लागू हुआ। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान प्रत्येक नागरिक को मौलिक अधिकार प्रदान करता हैं, तथा कर्तव्यों को बताता हैं ।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिविज जज ने कहा कि भारतीय संविधान में हमें मौलिक अधिकार प्रदान किए गए हैं। तथा संविधान अधिकारों का अतिक्रमण होने पर न्यायालय सरंक्षण एवं उपचार प्रदान करता हैं विधि दिवस के इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित कई अन्य लोगो ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।




इस मौके पर बार एसोसिएशन मुसाफिरखाना के महासचिव सुनील श्रीवास्तव,नायब तहसीलदार विवेक द्विवेदी,खण्ड विकास अधिकारी मुसाफिरखाना संतलाल,बीईओ मुसाफिरखाना आख़िलानन्द राय,अधिशाषी अभियंता रेणुका एस कुमार,चेयरमैन मुसाफिरखाना बृजेश कुमार गुप्ता सहित कई गण मान्य उपस्थित रहे ।

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