राशन किट के लिए तहसील परिसर की गणेश परिक्रमा कर रहे प्रवासी कामगार.

Update: 2020-08-10 15:27 GMT

राम मिश्रा,अमेठी। सरकार लाख दावा करे लेकिन धरातलीय व्यवस्था में कुछ खास परिवर्तन दिखाई नहीं दे रहा है। कोरोना काल में गरीब व कमजोर वर्ग के लिए राशन व सहायता राशि उपलब्ध कराने की घोषणा भी हवा हवाई साबित हो रही है। महीनों से राशन व सहायता राशि के लिए विभाग की गणेश परिक्रमा कर रहे कामगारों का धैर्य जवाब दे रहा है।

मुसाफिरखाना ब्लाक के ग्राम पंचायत के नाराज प्रवासियों ने राशन किट और सहायता राशि को लेकर जिलाधिकारी अमेठी से प्रार्थना एवं सपथ पत्र भेज गुहार लगाई है यही नही प्रवासी मजदूर प्रशासनिक लापरवाही व सौतेला व्यवहार से खफा मजदूरों ने व्यवस्था पर खूब तंज कस रहे है.लेखपाल सहित अन्य जिम्मेदारो पर भी प्रवासियों ने अपनी भड़ास निकाल रहे है.

प्रवासी कामगार रामचंद्र निवासी रंजीतपुर ने बताया कि प्रतिबंध के दौरान घर वापसी किये ग्राम पंचायत के श्रमिकों में से किसी को भी अब तक न तो खाद्यान्न किट दिया गया है और न ही सहायता राशि ही मिली है। महीनों से प्रवासी श्रमिक हल्का लेखपाल सहित अन्य जिम्मेदारों का चक्कर लगा रहे हैं।

वहीं इस मामले पर रंजीतपुर के प्रधान प्रतिनिधि विशाल शर्मा ने बताया कि इस बाबत आवाश्यक जानकारी सम्बंधित जिम्मेदार को दे गई है। उधर प्रवासी कामगार शिव बक्श,बृजेश कुमार निवासीगण रंजीत पुर ने बताया ग्राम पंचायतों में बाहर से आए अधिकांश श्रमिकों को खाद्यान्न किट मिल चुका है। उनके खाते में एक हजार रुपये की सहायता राशि भी आ रही है लेकिन हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।वही इस सम्बंध में क्षेत्रीय लेखपाल ने बताया कि जल्द ही राशन किट वितरित कर दिया जाएगा।

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