SRMS के चेयरमैन और डाक्टर के खिलाफ एफआईआर के आदेश , राममूर्ति मेडिकल कालेज में इलाज के दौरन हुई थी मौत

Update: 2018-10-05 15:41 GMT

बरेली। हार्टअटैक से पीड़ित महिला से एक लाख 75 हजार की राशि लेकर इशटेन नहीं डालकर इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप में राममूर्ति मेडिकल कालेज के चेयरमैन, एमडी और डॉक्टर फंस गए हैं। मृतका के पति की अर्जी पर सीजेएम अनिल कुमार सेठ की कोर्ट ने तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश थानाध्यक्ष भोजीपुरा को दिये हैं।

थाना कोतवाली के बिहारीपुर कसगरान निवासी सतीश चंद्र राठौर ने सीजेएम अनिल कुमार सेठ की कोर्ट में अर्जी दी थी। आरोप था कि बीते वर्ष 30 दिसम्बर की शाम सतीश चंद्र राठौर की पत्नी प्रवेश कुमारी के पेट में दर्द हुआ। सतीश ने पत्नी को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया। डॉक्टर ने प्रवेश कुमारी को हार्टअटैक बताया। जांच के बाद डाक्टर ने हार्ट में दो जगह ब्लाकेज की बात कहकर स्टेंट डालने को एक लाख 75 हजार की रकम जमा करा ली।


आरोप है कि पैसे लेने के बाद भी अस्पताल ने मरीज को स्टेंट नहीं डाले। इलाज के बाद तीन जनवरी को मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया। सतीश के मुताबिक 20 फरवरी को उसकी पत्नी की तबियत ज्यादा खराब हो गई। वह उसे लेकर मेडिकल कॉलेज ले गया जहां डाक्टर ने मरीज को भर्ती नहीं करके मात्र दवा देकर टकरा दिया। आरोप है कि दवा खाने के बाद मरीज की मौत हो गई। हकीकत क्या है यह पुलिस अपनी तफ्तीश से साबित करेगी।

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