नजीबाबाद मंडी बनी गौशाला, बार-बार मना करने पर भी नहीं रुक रही है गाय व्यापारियों को नुकसान, कभी भी बिगड़ सकता है माहौल!

Update: 2018-08-23 06:12 GMT

बिजनौर: भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गायों की आड़ में हो रहे गोरखधंधे को लेकर लाख नसीहत दे लेकिन इसका धरातल पर असर होता दिखाई नहीं दे रहा है। बिजनौर की नजीबाबाद मंडी समिति में उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब गाय मालिक हिंदू संगठन के लोगों के साथ मिलकर जबरदस्ती अपनी गाय छूड़ा ले गए। और कर्मचारी एसडीएम के आदेश का हवाला ही देते रहे गए।


दरअसल बिजनौर की मंडी समिति नजीबाबाद में रोजाना कई दर्जन गायों को गाय मालिक छोड़ कर चले जाते हैं जो दिन भर व्यापारियों के फल एवं सब्जियों को नुकसान पहुंचाती है। जिसकी शिकायत व्यापारियों ने SDM से की थी। दिनभर मंडी में दर्जनों गायों को भटकते हुए देखा जा सकता है। गायों की बढ़ती तादाद के कारण नजीबाबाद की मंडी अब मंडी ना रहकर गौशाला बनती हुई नजर आ रही है।हठधर्मी तो देखिए बार-बार मना करने के बाद भी गाय मालिक अपनी गायों को मंडी में छोड़ कर चले जाते हैं और पकड़े जाने पर जबरदस्ती छुड़ाकर ले जाते हैं।


कुछ दिन पहले भी एक दरोगा के साथ मिलकर जबरदस्ती गायों को छुड़ाया गया था। गाय पकड़े जाने पर देर रात हिंदू संगठन के लोगों के साथ मिलकर गाय मालिकों ने हंगामा काटते हुए कहां कि गाय को बंद करने का कानून नहीं है । जो मंडी में केवल सड़ा गला चारा ही खाती है । उल्टा मंडी कर्मचारियों को हिदायत देते हुए कहा की आपकी ड्यूटी है कि गौ माता की देखभाल के लिए हर गाय के पीछे घूमना होगा जहां पर वह जा रही है उसकी देखभाल करें ताकि वह किसान की फल और सब्जियों को नुकसान ना पहुंचा सके।


चेतावनी देते हुए कहा कि मंडी समिति को गाय पकड़ने पर चारे की व्यवस्था भी करनी होगी। हिंदू संगठन के लोगों के साथ गाय मालिकों ने मंडी समिति के कर्मचारियों पर ही 1000 रुपए महीना प्रति गाय चरने का मेहनताना देने का आरोप लगाया। अब देखने वाली बात यह है कि अतिक्रमण से जूझ रहे व्यापारियों को अपनी फल एवं सब्जी को बचाने के लिए आखिर गायो से निजात कब मिलेगी । या फिर हिंदू संगठन के आगे एसडीएम के आदेश भी बौने साबित हो जाएंगे ।

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