CM योगी ने रमजान, ईद और अक्षय तृतीय को लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश, जानिए- क्या दी हिदायत!

सामुदायिक टकराव की घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस-प्रशासन को सतर्क कर दिया है।

Update: 2022-04-24 10:14 GMT

देश के विभिन्न हिस्सों में सामने आ चुकीं सामुदायिक टकराव की घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस-प्रशासन को सतर्क कर दिया है। चूंकि, 3 मई को अक्षय तृतीया और ईद पर्व एक ही दिन मनाया जा सकता है, इसलिए शांति व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखने के लिए शासन और प्रशासन के अधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय करते हुए पुलिस को अतिरिक्त तौर पर संवेदनशील रहने की हिदायत दी और दो टूक कहा कि माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए, ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने रमजान, ईद और अक्षय तृतीय जैसे त्योहारों को लेकर सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।

योगी ने तहसीलदार, उप जिलाधिकारी (एसडीएम) क्षेत्राधिकारी (सीओ) और थाना प्रभारियों को अपनी तैनाती के क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करने के निर्देश दिये और उच्चाधिकारियों को इस व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने थाना प्रभारी, सीओ, पुलिस अधीक्षक, जिलाधिकारी और मंडलायुक्त समेत सभी पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों का चार मई तक का अवकाश तत्काल प्रभाव से निरस्त करने का निर्देश दिया।

यहां जारी सरकारी बयान के अनुसार योगी ने कहा कि हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हो, इसके लिए स्थानीय जरूरतों के अनुसार सभी जरूरी प्रयास किए जाएं और शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता बरती जाए। ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व-त्योहार हैं। रमजान का महीना चल रहा है और ईद का त्योहार और अक्षय तृतीया एक ही दिन होना संभावित है। ऐसे में वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा। उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी से लेकर एडीजी तक अगले 24 घंटे के भीतर अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ सतत संवाद बनाएं।

उन्होंने कहा कि धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थान पर ही हों और यह सुनिश्चित करें कि सड़क मार्ग, यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन नहीं हो। योगी ने कहा कि अपनी धार्मिक विचारधारा के अनुसार सभी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। उन्होंने कहा कि माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज उस परिसर से बाहर न आए। अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए।

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