सपा-बसपा गठबंधन की कल एक अखिलेश-मायावती करेंगे घोषणा, नाखुश RLD ने बढ़ाया दबाव!

अखिलेश और मायावती कल दोपहर एक मंच से गठबंधन की घोषणा करने जा रहे हैं।

Update: 2019-01-11 07:57 GMT

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में कल होने जा रहे महागठबंधन के ऐलान से पहले सियासी हलचल तेज है। समाजवादी पार्टी (एसपी) अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती कल दोपहर एक मंच से इसकी घोषणा करने जा रहे हैं।

इस बीच गठबंधन में शामिल बताए जा रहे राष्ट्रीय लोकदल ने इस ऐलान से ऐन पहले सीटों का दांव खेल दिया है। माया, अखिलेश के फॉर्म्युले से नाखुश आरएलडी ने अपने लिए 6 सीटों की शर्त रखी है। आरएलडी के प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने कहा है कि उनकी पार्टी प्रदेश की छह सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है।

वहीं आरएलडी चीफ अजित से जब शुक्रवार को सीट बंटवारे को लेकर सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि गठबंधन के साथियों से बातचीत के बाद ही इस पर फैसला होगा। प्रदेश में एसपी-बीएसपी गठबंधन पर अजित सिंह ने कहा, 'अभी सीटों पर बातचीत नहीं हुई है। गठबंधन के साथियों से बात करेंगे, जिसके बाद ही कोई फैसला होगा। एसपी-बीएसपी प्रमुख की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुझे जानकारी नहीं है।'



सूत्रों के मुताबिक मायावती, आरएलडी को तीन सीटों से ज्यादा देने के लिए राजी नहीं हैं, जबकि आरएलडी कम से कम छह सीटें चाहती है। गठबंधन के तहत मथुरा, बागपत और मुजफ्फरनगर की सीटें आरएलडी को दी जा सकती हैं, लेकिन पार्टी और सीटें चाहती है। 

बताया जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सीट अमेठी और सोनिया गांधी की सीट रायबरेली पर महागठबंधन अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगा। निषाद पार्टी को भी महागठबंधन में शामिल किया जा सकता है। 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 80 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी गठबंधन ने 73 सीटें जीती थीं और इस बार उसके नेता 73 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं।

कैराना सीट ने बढ़ाया अजित का हौसला

बीएसपी-एसपीऔर आरएलडी ने साथ मिलकर उपचुनाव लड़ा था, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गोरखपुर सीट और उप मुख्यमंत्री की फूलपुर सीट से एसपी प्रत्याशियों को जीत मिली थी। जबकि कैराना सीट पर आरएलडी प्रत्याशी ने बीजेपी से यह सीट छीनी थी। बीएसपी सुप्रीमो मायावती गुरुवार शाम दिल्ली से लखनऊ पहुंची। पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि वह 15 जनवरी को अपने जन्म दिन के दिन महागठबंधन की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती है लेकिन अब जन्म दिन के तीन दिन पहले ही इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है।

बता दें कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती और एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव शनिवार को लखनऊ में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं। इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन की घोषणा कर सकते हैं। साथ ही इस दौरान सीटों के बंटवारे को लेकर ऐलान भी संभव है। प्रेस कॉन्फ्रेंस दोपहर 12 बजे लखनऊ के होटेल ताज में होगी, जिसके लिए मीडिया को आमंत्रित किया गया है। होगी। यूपी की राजनीति और खासकर एसपी-बीएसपी के लिए शनिवार का दिन बेहद अहम साबित होगा। 

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