यूपी के फर्जी टीचर केस में नया मोड़, सामने आई असली अनामिका शुक्ला ने सुनाई नई कहानी-VIDEO

अनामिका के इस खुलासे के बाद से शिक्षा विभाग में खलबली मच गई और अधिकारियों पर एक बार फिर सवाल खड़े होने लगे।

Update: 2020-06-09 14:14 GMT
Photo : twitter

उत्तर प्रदेश के 25 जिलों में अनामिका शुक्ला के नाम पर नौकरी करने वाले मामले में नई कहानी सामने आई। यूपी के गोंडा जिले में असली अनामिका शुक्ला सामने आई। वह बीएसए आफिस पहुंची और शपथ पत्र देकर बताया कि उसने तो आजतक नौकरी ही नहीं की है। उसके शैक्षणिक प्रमाण पत्रों का किसी ने गलत इस्तेमाल किया है। अनामिका के इस खुलासे के बाद से शिक्षा विभाग में खलबली मच गई और अधिकारियों पर एक बार फिर सवाल खड़े होने लगे।

2017 में किया था आवेदन :

गोंडा के बीएसए डॉ. इन्द्रजीत प्रजापति के सामने पेश होकर असली अनामिका शुक्ला ने बताया कि वर्ष 2017 में नौकरी के लिए आवेदन जरूर किया था मगर उसका बच्चा छोटा होने की वजह से उसने नौकरी ज्वाइन ही नहीं की थी। बीएसए ने बताया कि अनामिका शुक्ला की ओर से इस आशय का शपथ पत्र दिया गया है कि उसके शैक्षिक अभिलेखों को फर्जी ढंग से इस्तेमाल किया गया।

केस दर्ज करने की तहरीर दी :

अनामिका ने अपने शैक्षिक अभिलेख का फर्जी दुरुपयोग कर नौकरी हथियाने वालों पर केस चलाए जाने की तहरीर नगर कोतवाली में दी है। कोतवाल ने बताया कि अधिकारियों के निर्देश के बाद रिपोर्ट दर्ज कर कर्रवाई की जाएगी। 

अच्छा रहा इस अनामिका का शैक्षणिक रिकॉर्ड :

अनामिका ने वर्ष 2007 में हाई स्कूल की परीक्षा कस्तूरबा बालिका इण्टर कॉलेज से पास की थी। जिसमें उसने 80.16 फीसदी अंक मिले थे। इण्टरमीडिएट की परीक्षा उसने वर्ष 2009 में पास बेनी माधव जंग बहादुर इण्टरकॉलेज से किया था जिसमें उसे 78.6 फीसदी अंक अर्जित हुए। स्नातक की परीक्षा उसने रघुकुल महिला विद्यापीठ से 2012 में किया जिसमें उसे 55.61 फीसदी अंक अर्जित हुए। उसने आदर्श कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय जियापुर टांडा अम्बेडकर नगर से वर्ष 2014 में किया। जिसमें उसे 76.5 प्रतिशत अंक मिले। टीईटी की परीक्षा उसने 2015 में दी जिसमें वो 60 फीसदी अंको से पास हुई थी। 

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