रामगोपाल बोले यादव वोट नहीं करते तो मिलती सिर्फ इतनी सीटें!

Update: 2019-06-04 12:47 GMT

उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अकेले दम पर मैदान में उतरेगी, इसी ऐलान के साथ बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव में हार का ठीकरा समाजवादी पार्टी (सपा) पर फोड़ते हुए गठबंधन से खुद को अलग कर लिया. मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव में उन्हें यादव वोट नहीं मिले. मायावती के इस बयान पर अब सपा ने पलटवार किया है. सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने कहा है कि बीएसपी से बड़ी हमारी पार्टी है. उन्होंने कहा कि अगर यादवों ने वोट नहीं दिया होता तो बीएसपी 10 की जगह 4 या 5 सीटों पर ही सिमट जाती.

हमारे रिश्ते कभी खत्म नहीं होंगे

इससे पहले मंगलवार को समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन टूटने की चर्चाओं के बीच बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने खुद आकर स्थिति साफ की है और फिलहाल गठबंधन पर ब्रेक लगाने की पुष्टि की. मायावती ने कहा कि अखिलेश व उनकी पत्नी मेरा बड़ा आदर करते हैं. मैंने भी डिंपल और अखिलेश को अपनाया है. लोकसभा चुनाव में सपा का बेस वोट मजबूती से हमारे साथ खड़ा नहीं था, लेकिन हमारे रिश्ते कभी खत्म नहीं होंगे.

डिंपल, धर्मेंद्र, अक्षय की हार पर दु:ख

मायावती ने कहा कि डिंपल, धर्मेंद्र, अक्षय की हार पर काफी दु:ख हुआ. जनहित में मैंने सारे गिले शिकवे मिटाकर सपा के साथ गठबंधन किया था. मैंने जो रिश्ता बनाए था वो स्वार्थ के लिए नहीं बनाया था. लेकिन जिस मकसद से हमने गठबंधन किया था उस मकसद में हमें कोई खास सफलता नहीं मिल पाई है. अभी परमानेंट कोई ब्रेक नहीं लगा है. अखिलेश अच्छा काम करेंगे तो फिर गठबंधन होगा. वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बड़ा बयान देते हुए गठबंधन से अलग होकर विधानसभा चुनाव लड़ने का संकेत दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में वर्ष 2022 में समाजवादी पार्टी (सपा) की ही सरकार होगी. 

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