राज्य शिक्षक पुरुस्कार के हकदार अनुदेशक- शिक्षामित्र क्यों नहीं,सरकार का सौतेला रवैया क्यों?

5 सितंबर शिक्षक दिवस के दिन उत्तर प्रदेश सरकार उत्कृष्ट शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरुस्कार से सम्मानित करती है। लेकिन वहीं पर उन्हीं स्कूलों में पढ़ाने वाले अनुदेशक, शिक्षामित्र को वह सम्मान का हकदार नहीं मानती। जबकि, जबसे अनुदेशक की नियुक्ति हुई है तब से स्कूलों में छात्रों की संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है।

Update: 2023-08-31 16:15 GMT

राज्य शिक्षक पुरुस्कार 2023: एक विद्यालय में दो तरह की व्यवस्था क्यों? एक ही राज्य में शिक्षकों के सम्मान में भेदभाव क्यों? क्या उत्तर प्रदेश की सरकार अनुदेशक, शिक्षामित्र को शिक्षक नहीं मानती। शायद नहीं मानती, तभी तो जहां उसी परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाने वाले एक शिक्षक को सम्मान दिया जा रहा है तो दूसरी ओर वहीं पर अपनी मेहनत से छात्रों को पढ़ाने वाले अनुदेशक, शिक्षामित्र को सम्मान का हकदार नहीं समझा जा रहा।

शिक्षक दिवस पर 75 शिक्षक पाएंगे पुरुस्कार, लेकिन इसमें एक भी अनुदेशक,शिक्षामित्र का नाम नहीं

5 सितंबर शिक्षक दिवस पर 75 शिक्षको को राज्य पुरुस्कार से सम्मानित किया जाएगा, लेकिन दुर्भाग्यवश इसमें एक भी अनुदेशक, शिक्षामित्र का नाम नहीं है। यह अन्याय सरकार क्यों कर रही है,समझ नहीं आता है।

अनुदेशक, शिक्षामित्र के साथ सौतेला व्यवहार: विक्रम सिंह

अनुदेशक प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह का कहना है कि, "यह सरकार अनुदेशक, शिक्षामित्र के साथ सौतेला व्यवहार करती है। उन्हें पुरुस्कार योग्य नहीं समझती। जबकि हम भी पूरी मेहनत के साथ छात्रों को शिक्षित करने का काम करते हैं।" 


Tags:    

Similar News