नौसिखिया वार्ड ब्याय ने लगाया इंजेक्शन, हालत हुई गंभीर

बुखार के मरीज को इंजेक्शन लगाने से कूल हुआ काला हालत नाजुक देख इलाज से मुकरा डॉक्टर

Update: 2022-11-06 14:30 GMT

कौशाम्बी चायल तहसील क्षेत्र के तिलहापुर मोड़ स्थित एक निजी अस्पताल में पिपरी के कसेंदा निवासी कामता यादव पुत्र स्व0 शिवपाल सिंह को 24 अक्टूबर को बुखार आया और नजदीकी अस्पताल आदित्य हॉस्पिटल में इलाज कराने के लिए भर्ती कराया गया जहां उसको 1 सप्ताह इलाज चला और पीड़ित का बुखार सही नही हुआ। 

इलाज के दौरान वहा पर मौजूद वार्ड ब्वॉय ने बुखार के मरीज को इंजेक्शन लगा दिया इंजेक्शन लगाने से बुखार पीड़ित के बाया पैर के पिछवाड़े/कूल पूरा काला पड़ गया जब इसकी शिकायत आदित्य हॉस्पिटल के बड़े डॉक्टर से मरीज और उनके परिजनों ने किया तो डॉक्टर ने कहा जल्द ही ठीक हो जायेगा लेकिन एक सप्ताह बाद भी ठीक नहीं हुआ तो बुखार पीड़ित को हॉस्पिटल द्वारा प्रयागराज में इलाज करने के लिए कहा गया और अब तुम्हारा इलाज नहीं करूंगा प्रयागराज जाकर कही इलाज कराओ पीड़ित ने इलाज न करने का विरोध किया तो बुखार पीड़ित को धक्का देकर हॉस्पिटल से बाहर भगा दिया और कहां तुम्हे जहा जाना हो जाओ मैं तुम्हारा इलाज नहीं करूंगा मुझे किसी अधिकारी का डर नही है। 

आदित्य हॉस्पिटल का यह कोई पहला मामला नहीं है यहां पर आए को इलाज के लिए भर्ती कर लिया जाता है और पैसा भरपूर ले लिया जाता है और मरीज की हालत गंभीर होने पर प्रयागराज भेज दिया जाता है यहां पर मरीज लाने वाले को कमीशन मिलता है यहां पर आशा बहुएं को काफी मात्रा में कमीशन पर सेट किया गया है एक डिलीवरी कराओ 5000 हजार ले जाओ यहां ऐसे ही कमीशन के तरह होता है इसी तरह करके कमीशन पर काम करवाते है जहा पर दर्जनों वार्ड ब्याय वा नर्स मौजूद है जिनके पास न कोई ना कोई डिग्री है और नहीं कोई जानकारी है लेकिन इलाज धडल्ले से किया जाता है।

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