शराबी पति की मारपीट से तंग पत्नी ने बहन और साथियों के साथ मिलकर की थी पति की हत्या, सभी आरोपी गिरफ्तार
मृतक की पत्नी ने बताया गया कि मेरे पति शिवनाथ की यह तीसरी शादी थी तथा वह शराबी प्रवृत्ति का था। शराब के नशे मे वह उससे काफी मार पीट करता था।
संतकबीर नगर : संतकबीरनगर पुलिस ने एक व्यक्ति की हत्या की गुत्थी को सुलझा दिया है. जिसमें पत्नी ही अपनी पति की हत्यारन निकली. पुलिस ने आरोपी को उसके साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है.
एसपी आकाश तोमर आज सुवह थानाध्यक्ष धनघटा संतोष तिवारी के नेतृत्व मे गठित टीम द्वारा ग्राम रामपुर बाराकोनी चौराहा से 4 अभियुक्तगण 1- श्यामसती 2-इन्द्रावती 3- ज्ञानमती 4- रविन्दर को गिरफ्तार किया गया है। इसके सम्बन्ध मे थाना धनघटा पर मुकद्दमा पंजीकृत किया गया है।
विदित हो कि बीती 22 तारीख को आवेदिका श्यामसती ने अपने पति शिवनाथ पुत्र रामकुमार उम्र 50 वर्ष को रात्रि 10 बजे शौच के लिए जाने पर नदी मे फिसल कर डूब जाने से मृत्यु होने की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गयी थी उक्त सूचना पर स्थानीय पुलिस द्वारा मृतक शिवनाथ का पोस्टमार्टम कराया गया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मृतक शिवनाथ की मृत्यु गला घोट कर हत्या किया जाना पाया गया। जाँच के दौरान मृतक के भाँजे सोनू यादव पुत्र रामउजागिर निवासी लोहारडाडी थाना महुली द्वारा लिखित तहरीर दी गयी कि उसके मामा मृतक शिवनाथ की हत्या उसकी पत्नी श्यामसती व उनकी बहन कु इन्द्रावती पुत्री रामदौड द्वारा गला घोटकर हत्या की गयी तथा उनके शव को गाँव के रामचरित्र यादव ,ज्ञानू निषाद, रामपलट निषाद ,रविन्दर यादव तथा श्रीमती ज्ञानमती के सहयोग से घाघरा नदी मे फेंक दिया गया ।
अभियुक्तगणों ने पूछताछ मे गलाघोट कर हत्या करने व शव को ठिकाने लगाने की बात स्वीकार की गयी है। मृतक की पत्नी श्यामसती द्वारा बताया गया कि मेरे पति शिवनाथ की यह तीसरी शादी थी तथा वह शराबी प्रवृत्ति का था। शराब के नशे मे वह उससे काफी मार पीट करता था। घटना से दो तीन दिन पहले उसने मेरे साथ मारपीट कर गाल पर दाँत से भी काट लिया था।
बीती 22 तारीख को शराब के नशे मे शिवनाथ ने मेरे साथ दिनभर मारपीट की जिससे छुब्ध होकर मैंने अपने पति से पिण्ड छुडाने के लिए योजना बनाकर अपनी बहन कुमारी इन्द्रावती के साथ रात मे 10.30 बजे के लगभग जब शिवनाथ शराब के नशे मे चारपाई पर सो रहा था, तभी उसका गला रस्सी से कसकर उसकी हत्या कर दी तथा लाश को कमरे मे रस्सी से टाँग दिया । उसके बाद मैने गाँव मे जाकर रिश्ते की काकी ज्ञानमती पत्नी बुद्धु,उसके लडके रविन्दर ,उसी गाँव के रामपलट पुत्र भवनदीन निषाद ,ज्ञानु पुत्र चौकीदार निषाद तथा रामचेत पुत्र हण्डली यादव को बताया कि शिवनाथ ने फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली है तथा सबको लाश ठिकाने लगाने की बात बताकर चारपाई पर लाश को रात मे ले जाकर घाघरा नदी के किनारे सोती मे फेंक दिया और सुबह पुलिस को उनके डूबने की झूठी सूचना दिया जिससे हम लोग पकडे न जा सके ।