शामली में एसपी अजय कुमार के खौफ से अपराधियों में मचा हडकम्प, कुख्यात हिस्ट्रीशीटर लुटेरा नवाब क़ुरैशी अपना एफिडेविट लेकर पहुंचा थाना

Update: 2019-08-26 09:09 GMT

पेशेवर अपराधियों के मन में ख़ौफ़ पैदा करना, लोगों के मन में क़ानून का पालन करने की प्रेरणा पैदा करना और आमजनमानस में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा करना-ये तीन अच्छी पुलिसिंग के लक्षण माने जाते रहे हैं। अपराधी के मन में ख़ौफ़ का एक ताज़ा मामला जनपद शामली में फिर देखने को मिला है।

शामली के थाना काँधला क्षेत्र का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर लुटेरा नवाब क़ुरैशी अपराध से तौबा करने का हलफ़नामा (ऐफीडेविट) अपने हाथ में लेकर लुकते-छिपते, गिड़गिड़ाते हुए ख़ुद-ब-ख़ुद पुलिस चौकी पर आ पहुँचा। अपराधी ने ऐफिडेविट में भविष्य में फिर कभी अपराध न करने की क़समें लिखीं हैं, और पूरी तरह सुधर कर सम्मानजनक जीवन जीने की बात लिखी है।

उल्लेखनीय है कि एस पी शामली अजय कुमार के नेतृत्व में हुई पुलिस मुठभेड़ में इसी साल जनवरी महीने में यह अपराधी पुलिस की गोली से घायल होने के बाद गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। अभी कुछ दिनों पहले ही जेल से छूट कर आ सका है, और अब सुधर जाने की क़समें खाता घूम रहा है। यह भी उल्लेखनीय है कि शामली में अब तक कई बदमाश मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं तथा 50 से भी अधिक बदमाश घायल होकर जेलों में बंद हो चुके हैं।

शामली पुलिस ने इस अपराधी, नवाब क़ुरैशी, द्वारा दिए गए एफिडेविट को क़ब्ज़े में ले लिया और अपराधी को दो टूक अंदाज़ में समझा दिया कि "हर अपराधी के आगे-पीछे शामली पुलिस की टीमें लगी हुई हैं। अगर कोई भी अपराध किया या आम आदमी को सताया तो अंजाम बहुत ही बुरा होगा। पुलिस पर फ़ायर करोगे तो पुलिस भी चुप नहीं रहेगी। बचाव में पुलिस भी फ़ायर करेगी, और इस फ़ायरिंग में जान भी जा सकती है; इसलिए गुनाहों से तौबा करने में ही भलाई है। जाओ, तुम्हें मौक़ा दिया जा रहा है।" अपराधी ने हाथ जोड़कर, गिड़गिड़ा कर पुलिस की सीख पर अमल करने की बात कही; और इस तरह से समझा-बुझा कर कुख्यात अपराधी को पुलिस चौकी से रूख़्सत कर दिया गया।

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