शामली : निजी करण को लेकर धरने पर बैठे विद्युत कर्मी

लेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल 2020 एवं पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वह केंद्र शासित प्रांतों तथा उड़ीसा में निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मियों ने धरना प्रदर्शन किया.

Update: 2020-08-19 07:52 GMT

शामली : इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल 2020 एवं पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वह केंद्र शासित प्रांतों तथा उड़ीसा में निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मियों ने धरना प्रदर्शन किया. विद्युत कर्मियों ने कहा कि निजी करण से आम जनता को धोखा देने का काम किया जा रहा है. विद्युत कर्मी निजीकरण के विरोध के लिए बड़ा आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे.

दरअसल आपको बता दें शामली के खेड़ीकरमु स्थित विद्युत अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वधान में बिजली कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया. विद्युत कर्मियों ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा निजीकरण के बाद उपभोक्ता को सस्ती बिजली देने का वादा किया है. जबकि निजी करण से किसानों और आम घरेलू उपभोक्ता के साथ धोखा किया जा रहा है. निजीकरण के बाद बिजली की दरों में बेतहाशा वृद्धि होगी.

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम का निजीकरण किसी भी प्रकार से प्रदेश वे आम जनता के हित में नहीं है. विद्युत कर्मियों ने कहा कि निजी कंपनी मुनाफे के लिए काम करती है जबकि पूर्वांचल विद्युत निगम बिना भेदभाव के किसानों और गरीब उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति कर रहा है. निजी कंपनी अधिक राजस्व वाले वाणिज्य और उद्योगपतियों को प्राथमिकता पर बिजली देगी कहा कि अभी किसानों गरीबी रेखा से नीचे और 500 यूनिट प्रतिमाह बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को सब्सिडी मिल रही है जो निजीकरण के बाद खत्म हो जाएगी.

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