शामली पुलिस की बड़ी कामयाबी, 24 घंटे में अपहरण किये छात्र को किया सकुशल बरामद, अपहर्ता मुठभेड़ में घायल

Update: 2019-05-22 23:36 GMT

शामली जनपद की पुलिस अब प्रदेश में अपना लगातार नाम रोशन किये हुए है। कभी अपराध की जननी माने जाने वाला जिला आज किसी वारदात होने पर एसपी अजय कुमार पाण्डेय के सामने नत मस्तक हो जाता है। ऐसा ही वाकया 21 मई की शाम को सामने आया जब एक 22 छात्र की गुमशुदगी की एक जानकारी मिली। मामले को संज्ञान में लेते हुए एसपी ने तत्काल उसे अपहरण में तरमीम करने को कह केस दर्ज करवाया। 22 मई को जैसे ही अपहर्ता द्वारा फिरौती की रकम मांगी गई तो महज कुछ घंटों में अपह्रत छात्र को सकुशल बरामद कर तीन अपहर्ता भी दबोच लिए। एसपी की इस कार्यवाही की रात में ही पूरे जनपद में चर्चा होने लगी। 

बरामदगी 

तीन शातिर अपहरणकर्ता बदमाश हुए पुलिस की गोली से घायल, हालत गम्भीर,अस्पताल में चल रहा इलाज।

अपहरण किए गए 22 साल के इंजीनियरिंग के छात्र अविरल बंसल को बिना एक भी खरोंच के सकुशल मुक्त कराया गया।

घायल और गिरफ्तार बदमाशों के नाम...

मोहित उर्फ़ बब्बू उम्र 40 वर्ष निवासी धीमानपुरा शामली (मुख्य अभियुक्त)

हरेन्द्र निवासी चिरौली थाना भँवराकला

सतीश निवासी चिरौली थाना भँवराकला

पूरा वाक़या आख़िर था क्या?

स्व कुलदीप बंसल के बेटे अविरल बंसल उम्र करीब 22 वर्ष, कल यानि 21 मई से ही कहीं लापता हो गए थे। थाना पुलिस को जब सूचना मिली तो तत्काल गुमशुदगी दर्ज हुई, जाँच पड़ताल हुई तो मामला अपहरण का निकला। मामले को फ़ौरन बतौर एफआईआर दर्ज कर लिया गया।

कप्तान शामली अजय कुमार के नेतृत्व में चार-चार जाँबाज़ पुलिस टीमों को काम पर लगाया गया। एसपी ने खुद मॉनीटर करना शुरू किया। पल पल की जानकारी ली, गाइडेंस दिया; बदमाशों को राडार पर ले लिया गया।

तारीख 22 मई, रात करीब 10 बजे, अविरल के चाचा प्रदीप बंसल के मोबाइल फोन पर 50 लाख रूपए की फिरौती हेतु बदमाश की कॉल आई।

पहले से ही तकनीकों के माध्यम से राडार पर लिए गए बदमाशों की सटीक लोकेशन मिलने पर तत्परता के साथ पुलिस ने घेरा बन्दी की। दोनों तरफ़ से ज़बर्दस्त फ़ायरिंग हुई। तीन बदमाश पुलिस की गोली से घायल हुए; चिल्लाते हुए ज़मीन पर गिरकर सरेण्डर कर दिया। और, पुलिस ने अविरल को बिना किसी खरोंच के सकुशल मुक्त करा लिया। पुलिस टीम के एक सिपाही अमित कुमार भी गोली लगने से घायल हुए हैं पर ख़तरे से बाहर हैं।

ख़ास बात यह भी रही कि इस अपहरण काण्ड का मास्टर माइण्ड बंसल परिवार का अपना ही ख़ास और पुराना ड्राइवर निकला जिसने रूपयों के लालच में आकर अपने तीन साथियों के साथ मिलकर पूरी वारदात का ताना बाना बुन डाला; हालाँकि पुलिस की तेज़ तर्रार टीम ने इसके नापाक मंसूबों पर पानी फेरते हुए इसकी योजना को नाकाम कर दिया।

इस बेहद ख़ास कामयाबी पर अपनी पूरी टीम को एसपी शामली अजय कुमार ने तत्काल रूपया 25,000/- के नक़द ईनाम से नवाज़ा। शामली की समस्त जनता के द्वारा शामली पुलिस को भूरि भूरि प्रशंसा मिल रही है। काश पुलिस का इतना सक्रिय सिस्टम अन्य जिलों में भी हो जाय तो इस तरह की वारदातों पर लगाम लगाना आसान है। 

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