मनुष्य का अधिकार जहां- कर्तव्य भी वहां - पूनम सिंह

Update: 2019-01-09 12:13 GMT

(सुल्तानपुर)विधिक सेवा प्राधिकरण न्यायालय की प्रक्रिया के बराबर की संस्था है, जो समाज के पिछड़े व शोषितों को निःशुल्क न्याय दिलाता है। यह बातें बुधवार को सीताकुंड स्थित गनपत सहाय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के महिला विंग में मौजूद छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पूनम सिंह ने कहीं ।जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से आयोजित विधिक साक्षरता एवं जागरूकता गोष्ठी में मौजूद छात्राओं व शिक्षकों को संबोधित करते हुए सचिव पूनम सिंह ने कहा कि जहां मानव का अधिकार है वहीं कर्तव्य भी उससे जुड़ा है। न्याय सभी को मिले यही विधिक सेवा प्राधिकरण की मंशा है। प्राधिकरण मुकदमा दर्ज हो ,इससे पहले मामलों को मध्यस्थता के माध्यम से प्रकरण को निपटाता है।


उन्होंने कहा कि कार्यवाही से पहले कानूनी सहायता लेना ही प्राधिकरण का मकसद है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप सिंह ने अपने उद्बोधन में छात्राओं से कहा कि वह पढ़ने के साथ-साथ कानून की जानकारी भी रखें ।जागरूक रहने से किसी भी आने वाली समस्या का निदान आसानी से मिल सकेगा। एस●ओ● महिला थाना मंजू देवी ने कहा कि छात्राएं सही गलत पर ध्यान जरूर दें ।जिससे स्वतः समस्याओं का हल निकल आएगा। इस दौरान उन्होंने नेक कार्य से संबंधित एक कहानी भी छात्राओं को सुनाया और कहानी के मर्म से सीख लेने पर बल दिया। कार्यक्रम को मध्यस्थ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चंद्र प्रकाश पांडे ,पीएलवी सतीश पांडे ने संबोधित कर प्राधिकरण के कार्यों पर विस्तार से बताया समापन प्रचार्य विनोद सिंह ने किया।


महिला आरक्षी मोनी गुप्ता हुईं सम्मानित

(सुल्तानपुर)वैकल्पिक विवाद समाधान विषय पर महाविद्यालय की छात्रा अंजलि विश्वकर्मा ,सृष्टि मिश्रा, रुबीना बानो, तान्या मिश्रा तथा नम्रता श्रीवास्तव व नितिन तिवारी ने मौजूद छात्राओं के बीच गोष्ठी में अपने अपने विचार रखे इस दौरान महिला आरक्षी मोनी गुप्ता ने वैकल्पिक विवाद पर विस्तार से अपना पक्ष रखा। गोष्ठी में अपना बेहतरीन पक्ष रखने पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पूनम सिंह मोनी गुप्ता को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया ।इस दौरान महिला आरक्षी रश्मि सिंह,शशि पांडेय भी मौजूद रहीं।

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