मेनका भावुक होकर बोलीं, जब विधवा हुई तब मैं 23 साल की और उनका बेटा वरुण मात्र 100 दिन का था!
सुल्तानपुर पहुंची केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी आज कार्यकर्ताओं के बूथ सम्मेलन में शामिल हुई। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में बूथ कार्यकर्ता उपस्थित रहे और उनका स्वागत किया बताते चलें कि वरुण गांधी के पीलीभीत से लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद मेनका गांधी ने सुल्तानपुर से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
बताते चलेगी नगर के तिकोनिया पार्क में भाजपा द्वारा आज बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस सम्मेलन में भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई। इस दौरान मंच से संबोधित करते हुए मेनका ने सुल्तानपुर से अपना भावनात्मक रिश्ता बताया। मेनका ने कहा कि मेरी शादी संजय गांधी के साथ हुई थी और संजय गांधी ने क्षेत्र को इस क्षेत्र को अपनी कर्मभूमि बनाया था। संजय को देश की चिंता तो थी ही उसके साथ साथ सुल्तानपुर अमेठी भी उनके लिए अहम था। उनका इतना लगाव यहां से था कि 30 साल बाद भी आज लोग उन्हें याद करते हैं। वरुण को 2014 में यहां चुनाव लड़ाने को लेकर मेनका ने कहा कि मोदी जी से बात कर कर के हमने वरुण को यहां भेजा वरुण ने यहां बहुत मेहनत करके अस्पताल बनवाया, सड़कों का निर्माण कराया, इसके साथ थी जो भी संभव हो सका ज्यादा से ज्यादा लोगों की उन्होंने मदद की।
मेनका ने कहा कि जब विधवा हुई थी, तब मैं 23 साल की थी और उनका बेटा वरुण मात्र 100 दिन का इस दौरान तीन-चार सालों तक वह कुछ ना कर सकी लेकिन बाद में उन्होंने समाज सेवा का फैसला लिया.।
वहीं सांसद चुन्नी के सवाल पर मेनका गांधी ने कहा कि जब हम कोई बावर्ची होते हैं तो हमें ऐसे बावर्ची की तलाश होती है जो हमें अच्छी चीजें बना कर दे ।इसी तरह हमें ऐसे सांसद का चुनाव करना चाहिए जो हमारे काम आए और हमारे लिए विकास कर सके
अंत में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि पिछले 5 सालों में जन्होने देश की काफी सेवा की है, इसके पहले उन्होंने 15 साल गुजरात की सेवा की है। देश के लिए उन्होंने काम किया। आज विश्व मे मे हम शक्ति बने है उसमें हमारे पीएम का योगदान दिया है। आज वे यहाँ से चुनाव लड़ रही है तो उसमें भी मोदी जी का ही योगदान है।