यूपी के मुख्य सचिव बोले, 'दिल्ली से आने वाले यात्रियों की होगी कोरोना जांच'

उन्होंने यह भी कहा कि हम शादी-समारोहों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या भी निर्धारित की जाएगी, इस पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा.

Update: 2020-11-22 11:39 GMT

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी (RK Tiwari) ने कोरोना के हालातों पर कहा कि दिल्ली में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों के कारण वहां से यूपी में फ्लाइट, बस और ट्रेन से आने वाले लोगों की कोरोना जांच की जाएगी. ताकि उन्हें क्वारंटीन किया जा सके. उन्होंने यह भी कहा कि हम शादी-समारोहों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या भी निर्धारित की जाएगी, इस पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा.

आपको बता दें कि बढ़ते कोरोना मामलों के कारण उत्तर प्रदेश सरकार शादी-समारोहों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या पर एक बार फिर पाबंदी लगा सकती है, जिससे कि सार्वजनिक कार्यक्रमों में अधिकतम 100 लोग ही शामिल हो सकेंगे.

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या पांच लाख पार कर गई है. यूपी में अब तक कोरोना के 524,223 मामले सामने आ चुके हैं. पिछले 24 घंटे में 5,075 मामले सामने आए हैं. इस वायरस से अब तक यूपी में 7,524 लोगों की जान जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में 44 लोगों की मौत हुई है. वहीं इस वारस अब तक 493,228 लोगों की रिकवरी हो चुकी है. 4,317 लोग पिछले 24 घंटे में ठीक हुए हैं. यूपी में कोरोना के 23,471 मामले एक्टिव हैं.

दिल्ली में बढ़ रहे मामले

दिल्ली में नवंबर की शुरुआत के साथ ही कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है. दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कुछ दिनों पहले जहां दिल्ली में एक दिन में मामले एक हजार हो गए थे तो वहीं अब यह संख्या बढ़कर 12 हजार हो गई है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 12,487 मामले आ चुके हैं, जिसके बाद दिल्ली में कुल मामलों की संख्या 523,117 हो गई है.

इस वायरस से अब तक दिल्ली में 8270 मरीजों की मौत हो चुकी है, पिछले 24 घंटे में ही 229 लोगों की जान गई है. कोरोना के मामलों में रिकवरी भी तेजी के साथ हो रही है. पिछले 24 घंटे में 15,738 लोग ठीक हो चुके हैं, जिसके बाद राजधानी में ठीक होने वालों की संख्या 475,106 हो गई है. दिल्ली में अभी भी 39741 मामले एक्टिव हैं.

कोरोना वायरस की तीसरी लहर का सामना कर रही दिल्ली में इस महामारी से मृत्यु दर 1.58 प्रतिशत है जबकि देश में यह दर 1.48 प्रतिशत है. विशेषज्ञों ने राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 से मौत के अधिक मामलों के लिए इलाज के वास्ते शहर में बड़ी संख्या में आने वाले ''गंभीर'' गैर-निवासी मरीजों, प्रतिकूल मौसम, प्रदूषण आदि को जिम्मेदार ठहराया है. नवम्बर के महीने में ही राष्ट्रीय राजधानी में इस महामारी से 21 नवम्बर तक 1,759 लोगों की मौत हो चुकी है और यह लगभग 83 मौत प्रतिदिन है.

पिछले 10 दिनों में मौत का आंकड़ा चार बार 100 से अधिक पहुंचा है. अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को 111 मरीजों, शुक्रवार को 118, बुधवार को 131 और 12 नवम्बर को 104 की मौत हुई है. सरकारी आंकड़े के अनुसार दिल्ली में औसत मृत्युदर 1.58 प्रतिशत है जोकि राष्ट्रीय मृत्युदर 1.48 प्रतिशत की तुलना में अधिक है.

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