जीवन बचेगा तभी तो करेंगे देश और समाज की सेवा

Update: 2020-03-24 08:42 GMT

 ज्ञानेन्द्र रावत

आज कोरोना वायरस ने समूची दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। इसके प्रकोप से पूरी दुनिया त्राहि त्राहि कर रही है। सर्वत्र हाहाकार मचा हुआ है। दिन ब दिन दुनिया में इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। हमारे प्रधानमन्त्री देशवासियों से इससे बचाव के लिए बार बार संयम बरतने, घरों में रहने, बाहर न निकलने और सरकार के किये जा रहे प्रयासों में सहयोग देने का आह्वान कर रहे हैं।

यह संकट की घड़ी है। जरूरी यह है कि इस भयावह आपदा के समय हम सरकार के दिशा निर्देशों का अक्षरशः पालन करें, प्रशासन को हरसंभव सहयोग दें। स्वयं को बचायें, दूसरों को इसके भयानक दुष्प्रभावों और बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक करें। यह जान लें कि जीवन अनमोल है। इससे खिलवाड़ न करें। आपकी आपके परिवार, देश और समाज को आवश्यकता है। कारण आपके ऊपर देश बचाने की महती जिम्मेदारी है। इसलिए हमें यह जान लेना चाहिए कि यदि हम जीवित बचे, तभी हम देश और समाज की सेवा कर पायेंगे और बचाव से ही कोरोना को परास्त करने में समर्थ होंगे।

वरिष्ठ पत्रकार, लेखक एवं पर्यावरणविद, अध्यक्ष, राष्ट्रीय पर्यावरण सुरक्षा समिति

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