लंदन : नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने कहा है कि आतंकवाद के लिए हर मुसलमान को दोष देना गलत है। मलाला ने यह बात पाकिस्तान के पेशावर स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल पर हुए आतंकी हमले की पहली बरसी के दौरान कहीं। मलाला का बयान अमेरिका में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रंप के बयान के जवाब में आया है।
मलाला के मुताबिक पिछले दिनों आई ट्रंप की टिप्पणी 'नफरत' से भरी है। मलाला का कहना है कि आतंकवाद के लिए सिर्फ मुसलमानों को दोष देने से हम मुस्लिम युवाओं में कट्टरपंथ बढ़ावा देंगे। मलाला ने कहा कि ऐसी टिप्पणियों को सुनना वास्तव में काफी दुखद है जो नफरत से और पूरी तरह से दूसरों के साथ भेदभाव की विचारधारा से भरी हुई हैं।
तालिबान ने 2012 में लड़कियों के शिक्षा के अधिकार का झंडा उठाने वाली मलाला के सिर पर गोली मार दी थी। 18 वर्ष की मलाला ने इस तरह के मामलों पर मीडिया और नेताओं से सावधानी बरतने की अपील की।
मलाला के मुताबिक अगर आपका इरादा आतंकवाद को रोकना है तो पूरी मुस्लिम आबादी को इसके लिए दोष देने की कोशिश न करें। मलाला ने पूरी दुनिया में गुणवत्ता वाली शिक्षा दिए जाने की वकालत की और कहा कि आतंकवाद और नफरत की मानसिकता को हराने के लिए ये जरूरी है। मलाला मानती हैं कि ऐसी मानसिकता के कारण ही पेशावर जैसे हमले होते हैं।