Mann Ki Baat LIVE : दोबारा पीएम बनने के बाद देश की जनता से 'मन की बात' कर रहे हैं पीएम मोदी

दोबारा सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 30 जून को पहली बार मन की बात कर रहे हैं..

Update: 2019-06-30 05:38 GMT

नई दिल्ली : एनडीए की दोबारा सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 30 जून को पहली बार मन की बात कर रहे हैं. अंतिम बार प्रधानमंत्री मोदी ने 24 फरवरी को मन की बात की थी. उसके बाद चुनावों में व्‍यस्‍तता का हवाला देते हुए उन्‍होंने कहा था- अगले दो महीने हम सभी चुनाव की गहमागहमी में व्‍यस्‍त रहेंगे. मैं स्‍वयं चुनाव में प्रत्‍याशी रहूंगा. इसलिए अगली मन की बात मई महीने के अंतिम हफ्ते में होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस समय विश्‍वास दिलाया था कि मैं चुनाव के बाद एक नए विश्‍वास के बाद मन की बात फिर से करता रहूंगा और वर्षों तक करूंगा.

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पिछले चुनाव में 61 करोड़ लोगों ने वोट दिया था, अमेरिका की कुल जनसंख्‍या से भी अधिक लोग मतदान के लिए लाइन में थे: पीएम मोदी

हमारा लोकतंत्र बहुत ही महान है और सदियों की साधना से एक विशाल व्‍यापक मन की अवस्‍था से यह हमें हासिल हुआ है : पीएम मोदी

शायद दुनिया के किसी देश में वहां के जन-जन में लोकतंत्र के लिए मतदान किया हो तो ऐसा चुनाव 1977 में दिखा था. हाल में यहां चुनाव हुए: पीएम मोदी

लोकतंत्र हमारी संस्‍कृति है, हमारी विरासत है, उसे लेकर पले-बढ़े हैं : पीएम मोदी

देश में आपातकाल लगा था तो जन-जन में आक्रोश था, लोकतंत्र के लिए तड़प थी. आपातकाल में देश के हर नागरिकों को लगा था कि कुछ छीन लिया गया है : पीएम मोदी

मैं आया नहीं हूं, आपने ही मुझे लाया है, आपने ही मुझे बिठाया है : पीएम मोदी

जब मैंने कहा था कि अब चार महीने बाद मन की बात में मिलेंगे, तो लोगों ने मजाक उड़ाया था, लेकिन मुझे आपलोगों पर भरोसा था : पीएम नरेंद्र मोदी

मैं जब इन चीजों का विश्‍लेषण करता हूं तो मुझे बहुत आनंद मिलता है. आप मुझे पल-पल ताकतवर बनाते हैं: पीएम मोदी

मन की बात में इतने पत्र मिलते हैं, लेकिन शिकायत का भाव बहुत कम होते हैं, इसमें किसी ने कुछ मांगा हो, ऐसी बात पांच साल में सामने नहीं आई है : पीएम मोदी

देश में ताकत और टैलेंट की कोई कमी नहीं, जरूरत है उसको क्रियान्‍वित करने की: पीएम नरेंद्र मोदी

एक प्रकार से समस्‍याओं का समाधान समाजव्‍यापी कैसे हो, इसकी झलक मैं महसूस करता हूं : पीएम मोदी

मैंने देखा है कि पत्रों में लोग समस्‍याओं को बताते हैं, साथ ही समाधान भी बताते हैं. अगर कोई स्‍वच्‍छता के लिए लिखता है तो गंदगी के प्रति नाराजगी भी जताते हैं : पीएम नरेंद्र मोदी

मन की बात के लिए जो चिट्ठियां आती हैं, वो रुटीन सरकारी काम से अलग होती हैं, वो मेरे लिए प्रेरणा का काम करती हैं: पीएम नरेंद्र मोदी

केदार की गुफा में एक खालीपन को भरने का मौका मिला : पीएम नरेंद्र मोदी

एक प्रकार से मैं मुझसे मिलने केदारनाथ चला गया था : पीएम नरेंद्र मोदी

कई लोगों ने मुझे चुनाव की आपाधापी में केदारनाथ क्‍यों चला गया, इसे लेकर सवाल पूछे, आपकी जिज्ञासा मैं समझ सकता हूं : पीएम मोदी

एक बार मन कर रहा था कि चुनाव समाप्‍त होते ही मन की बात शुरू कर दूं, पर संडे की फिलिंग नहीं आती: पीएम नरेंद्र मोदी

मन की बात में बोलता भले मैं हूं, लेकिन भावनाएं आपकी हैं: पीएम नरेंद्र मोदी

चुनाव में मन की बात को बहुत मिस कर रहा था. मुझे लगता था कि कुछ छूट गया, आपको भी लगता होगा: पीएम मोदी

मेरे प्‍यारे देशवासियों नमस्‍कार, लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर मन की बात, जन की बात एक बार फिर शुरू हो रहा है.

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