600 दिन सऊदी अरब की जेल काटने के बाद एक शख्स वतन लौटा,जाने,पूरा मामला

22 दिसंबर 2019 को फेसबुक पर मक्का और सऊदी किंग के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

Update: 2021-08-19 11:45 GMT

नई दिल्ली:फेसबुक पर मक्का और सऊदी किंग के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में एक भारतीय शख्स लगभग 600 दिन सऊदी अरब की जेल में रहने के बाद वतन लौट है.उसकी वतन वापसी में कर्नाटक पुलिस की जांच ने अहम भूमिका निभाई है।

आपको बता दे कि कर्नाटक पुलिस की एक जांच ने 600 दिनों से अधिक समय से सऊदी अरब की जेल में बंद 34 वर्षीय हरीश बंगेरा नाम के शख्स को घर लौटने में मदद की। पेशे से यह व्यक्ति एक एयर-कंडीशनिंग तकनीशियन हैं, जिन्हें 22 दिसंबर 2019 को फेसबुक पर मक्का और सऊदी किंग के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

वही बाद में कर्नाटक पुलिस की जांच में पता चला था कि सऊदी किंग और मक्का लेकर फेसबुक पर अपमानजनक पोस्ट हरीश बंगेरा ने नहीं बल्कि उडुपी जिले के अब्दुल हुयेज़ और अब्दुल थ्यूएज़ द्वारा बनाए गए एक फर्जी अकाउंट से किए गए थे। पुलिस ने अक्टूबर 2020 में इन दोनों को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने फेसबुक पर बंगेरा की तस्वीर इस्तेमाल कर अपमानजनक टिप्पणी की थी। इसी जांच की वजह से परिवार बंगेरा को रिहा करने में कामयाब रहा।

उडुपी पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच तब शुरू हुई, जब सऊदी अरब में बंगेरा की गिरफ्तारी के तुरंत बाद पत्नी ने फेसबुक अकाउंट के फर्जी होने का दावा करते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। अधिकारी ने कहा कि उडुपी पुलिस ने पुलिस महानिदेशक, लिस महानिरीक्षक प्रवीण सूद और सऊदी अरब में भारतीय दूतावास के माध्यम से सऊदी अरब सरकार को गिरफ्तारी के बारे में सूचित किया और इसके परिणामस्वरूप उनकी रिहाई हुई।



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