डीजल पेट्रोल की कीमत पर बड़ा खुलासा: मच्छर मारने के चक्कर में मोदी ने जनता की नाक ही काट दी
संजय तिवारी विस्फोट
ये आदमी भाजपा के आईटी सेल के लिए काम करता है। देर से ही सही डीजल की कीमतों में बढोत्तरी का राज इसने खोल दिया है। सच्चाई यही है जो ये बता रहा है।
डीजल पर सब्सिडी दी जाती थी ताकि खेती और सार्वजनिक परिवहन की कीमतें स्थिर रहें। इसका फायदा उठाया कार निर्माता कंपनियों ने और अपनी गाड़ी बेचने के लिए डीजल इंजन की गाड़ियां ज्यादा बनाने लगे। नतीजा ये हुए कि पेट्रोल कार बनानेवाली कंपनियों को घाटा लगना शुरु हो गया। इसमें मारुति सुजुकी सबसे ज्यादा प्रभावित हुई।
सुजुकी ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके डीजल की सब्सिडी खत्म करवा दिया। अब डीजल पेट्रोल पर लगभग समान कर लगता है। क्रमश: 32 और 33 रूपया। परिणाम ये हुआ कि डीजल के वाहनों का (खासकर छोटी कारों का) उत्पादन तो कम हुआ लेकिन खेती, माल ढुलाई और सार्वजनिक परिवहन की लागत बढ गयी जिसका सीधा असर आम आदमी पर हुआ।
इसे ही ये सज्जन मोदी का मास्टर स्ट्रोक बता रहे हैं। मच्छर मारने के चक्कर में मोदी ने जनता की नाक ही काट दिया। और हां, एक बात और। डीजल पेट्रोल पर स्वतंत्र भारत में इतना कर किसी सरकार ने नहीं लगाया जितना मोदी ने लगाया है।