गाजियाबाद मे 100 करोड़ रुपये की ठगी का मामला, पूरे परिवार ने मिलकर 11 वीं फ्लोर तक बनी बिल्डिंग को 16 फ्लोर तक बेच दिया
गाजियाबाद : गाजियाबाद में कुछ दिन पहले जालसाज फैमिली पकड़ी गई थी, जिसमें पति-पत्नी, बेटा और बेटी सब शामिल थे. इसी मामले में लगातार गिरफ्तारियां हो रही हैं. पूर्व में इस मामले में एक बैंक के मैनेजर की भी गिरफ्तारी हो चुकी है. रविवार को मामले में उसी फैमिली का एक अन्य सदस्य अपने साथी के साथ गिरफ्तार किया गया है.
यह पूरा मामला 100 करोड़ रुपये की ठगी का है. मामले में चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ है कि इस जालसाज फैमिली ने 11 मंजिल की इमारत में 15वीं-16वीं मंजिल तक का मकान बेच दिया था. सोचिए जो मकान अस्तित्व में भी नहीं था, उसे बेचकर लोन भी ले लिया गया.
मामले में गाजियाबाद के नंदग्राम थाना पुलिस ने गिरफ्तारी की है. रविवार को पकड़े गए दो आरोपी प्रतीक जैन और अक्षय जैन हैं. इनमें से अक्षय जैन के पिता राजकुमार जैन और उनकी पत्नी समेत पूरे परिवार को पुलिस ने पिछले महीने गिरफ्तार किया था. मामले में खुलासा हुआ था कि 100 करोड़ रुपये की ठगी का यह पूरा मामला है.
फर्जी कंपनी बनाकर राजकुमार जैन और उनके परिवार के लोगों ने सैकड़ों लोगों को चूना लगाया था. मकान बेचने के नाम पर यह चूना लगाया गया था. बैंक के कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी लोन भी लेकर बैंकों को चूना लगाया गया था. मामले में एक बैंक के पूर्व मैनेजर को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस का कहना है कि अभी इस मामले में लगातार गिरफ्तारियां हो रही हैं. इसी कड़ी में आज दो गिरफ्तारियां की गई हैं.
11 मंजिल की इमारत में 15वां फ्लोर बेच दियापुलिस के मुताबिक, फर्जी कंपनियां बनाकर ऐसे फ्लैट भी बेच दिए गए जो अस्तित्व में ही नहीं थे. रविवार को पकड़े गए अक्षय जैन ने खुलासा किया है कि एक बिल्डिंग ऐसी थी, जिसमें 11 फ्लोर तक मकान बने हुए थे, लेकिन लोगों को झांसे में लेकर उसी इमारत के 15वें और 16वें फ्लोर के मकान तक धोखाधड़ी करके बेच दिए गए. उन पर लोन भी कई कई बार ले लिया गया था.
फर्जी दस्तावेज भी तैयार किए गए थे. यह जालसाजी फर्जी नक्शा बनाकर की जाती थी. फर्जी कंपनियां बनाई गई थीं, जिनके दफ्तर भी आलीशान होते थे और शिकार को उसी दफ्तर में बुलाकर फंसा लिया जाता था. फ्लैट बेचने के नाम पर शिकार से पूरी जिंदगी भर की गाढ़ी कमाई चली जाती थी. एक ही मकान को कई-कई बार बेच दिया गया था. ज़ाहिर है मामला काफी पेचीदा है और धोखाधड़ी करने वाली फैमिली पर शिकंजा लगातार जारी है.