Hindenburg Research: हिंडनबर्ग ने भारत को लेकर फिर जारी की चेतावनी, शेयर मार्केट पर दिख सकता है असर, निवेशकों के छूटे पसीने

Hindenburg Research: अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग ने एक बार फिर बड़ी चेतावनी दी है. हिंडनबर्ग के एक सोशल मीडिया पोस्ट ने लोगों को परेशान कर दिया है. हालांकि, इस बार उसका निशाना कौन है, यह अब तक साफ नहीं हो पाया है.

Update: 2024-08-10 05:12 GMT

Hindenburg Research: भारत के उद्योगपति गौतम अडानी को हिला देने वाली अमेरिकी फर्म Hindenburg ने फिर एक बड़ी चेतावनी जारी की है. शनिवार सुबह हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (Hindenburg Research Tweet) पर चेतावनी दी. हिंडनबर्ग ने एक्स पर लिखा कि भारत में जल्द ही कुछ बड़ा है. हिंडनबर्ग के ट्वीट ने कई लोगों को परेशान कर दिया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि Hindenburg एक बार फिर भारत को लेकर कोई बड़ी रिपोर्ट जारी करने वाला है.

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अडानी ग्रुप के बाद अब कौन Hindenburg Research के निशाने पर कौन है, यह अब तक साफ नहीं हो पाया है. Hindenburg की चेतावनी शेयर होल्डरों को जरूर प्रभावित करेगा. गनीमत है कि आज शेयर मार्केट बंद है, नहीं तो क्या पता शेयर मार्केट पर इसका असर दिखता. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप के निवेशकों को संशय में डाल दिया है. हिंडनबर्ग रिसर्च के पोस्ट का कमेंट देखें तो आप जान जाएंगे कि कुछ लोग Hindenburg रिसर्च की विश्वसनीयता को लेकर भी सवाल उठा रहे हैं.

अडानी ग्रुप को हिंडनबर्ग ने दिया था झटकता

24 जनवरी 2023, भारतीय इतिहास की वह तारीख, जिसने भारत के दूसरे सबसे रईस व्यक्ति गौतम अडानी को हिला कर रख दिया था. पिछले साल 24 जनवरी को Hindenburg Research ने अडानी ग्रुप से जुड़ी एक रिपोर्ट जारी की थी, जिससे अडाणी ग्रुप को काफी बड़ा झटका लगा था. Hindenburg की रिपोर्ट सामने आते ही कंपनी के शेयरों एकदम से धड़ाम हो गए थे. हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने न सिर्फ अडाणी ग्रुप के शेयरों को पटका था बल्कि भारतीय शेयर बाजार को भी तगड़ा झटका दिया था. रिपोर्ट के डेढ़ साल बाद भी अडाणी ग्रुप के शेयर पुरानी स्थिति में वापस नहीं आ पाएं है.

गौतम अडाणी की संपत्ति में हुई गिरावट

अपनी रिपोर्ट में Hindenburg Research ने कहा था कि अडानी ग्रुप के शेयर्स ने शॉर्ट पॉजिशन ली है. उस वक्त यह साफ नहीं हो सका कि अडानी ग्रुप ने इसके लिए शॉर्ट पॉजिशन ली थी. Hindenburg की रिपोर्ट से पहले तक गौतम अडाणी दुनिया के शीर्ष पांच रईसों में शामिल थे पर रिपोर्ट के बाद उनकी संपत्ति में भारी गिरावट हुई. 

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