कान्हा के स्वागत के लिए सज रही भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा, 7 सितंबर को मनाया जाएगा जन्माष्टमी पर्व

कृष्ण की नगरी मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के आयोजन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। 7 सितंबर को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी है। पढ़िए पूरी खबर..

Update: 2023-09-03 06:39 GMT

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के लिए सज गई कान्हा की नगरी। 

Mathura Janmashtami 2023: भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा कृष्ण जन्माष्टमी के लिए सज गई है। हिन्दू धर्म के मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को देशभर में श्रीकृष्ण जन्‍मोत्‍सव धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसे में इस बार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन सात सितंबर की रात को श्रीकृष्ण जन्मोत्‍सव मनाने के लिए मथुरा में बड़े पैमाने पर तैयारियां जारी हैं। इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से सुरक्षा के भी कड़े प्रबंध किए गए हैं।

श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा और सदस्य गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने जानकारी दी कि इस साल भगवान श्रीकृष्ण के 5250वें जन्मोत्सव के अवसर पर जन्मस्थान की साज-सज्जा, ठाकुरजी की पोशाक और श्रृंगार आदि पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आगे उन्होंने जानकारी दी कि मंदिर में आने वाले भक्तों को भगवान के दर्शन करने की सुविधा देने के लिए उसके कपाट सुबह 5.30 बजे से देर रात 1.30 बजे तक खुले रहेंगे। इसके साथ ही इस बार प्रसाद के लिए जल्दी न खराब होने वाली वस्तुएं बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

हर भक्त को मिलेगा प्रभु का चरणामृत

शर्मा के बताया कि श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर ब्रज की पंरपराओं के अनुरूप श्रद्धालुओं को प्रसाद, बधाई पोटली, खिलौने, मिष्ठान, फल, कपड़े आदि सामग्री वितरित की जाएगी। उन्होंने बताया कि नंदोत्सव के दिन कढ़ी-चावल और पुआ का विशेष प्रसाद सभी श्रद्धालुओं को बांटा जाएगा। जन्माष्टमी का दिन मंदिर में ढोल-शहनाई बजाने के साथ शुरू होगा। सुबह-सुबह किए जाने वाले अभिषेक समारोह में हर भक्त को चरणामृत दिया जाएगा।

श्रद्धालुओं की सुविधा का रखा जाएगा ध्यान

उन्होंने आगे कहा कि देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जन्मभूमि के सभी संपर्क मार्गों पर जूता घर और सामान घर की व्यवस्था की गई है। सभी प्रमुख जगहों पर पेयजल उपलब्ध कराने का प्रयास भी किया जा रहा है। जन्माष्टमी के अवसर पर केवल गुरुवार को श्रद्धालुओं का मंदिर परिसर में प्रवेश मुख्य द्वार की जगह गोविंद नगर द्वार (गेट संख्या 3) से और निकास मुख्य द्वार (गेट संख्या 1) से होगा।

पुलिस प्रशासन को सुरक्षा के कड़े निर्देश

जन्माष्टमी को लेकर प्रशासन भी सुरक्षा को लेकर सजग हो गया है। आगरा जोन की अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अनुपम कुलश्रेष्ठ खुद श्रीकृष्ण जन्मस्थान का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का मुआयना कर चुकी हैं और जिला प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।

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