खालिस्तानी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस के ऐप्स और वेबसाइट ब्लॉक, क्या है सिख फॉर जस्टिस?
खालिस्तानी संगठन 'सिख्स फॉर जस्टिस' के खिलाफ केंद्र सरकार ने बड़ा ऐक्शन लिया है। सरकार ने 'सिख्स फॉर जस्टिस' से जुड़े ऐप्स और वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से 'पंजाब पॉलिटिक्स टीवी' के ऐप्स, वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को बैन करने का आदेश दिया है।
मिनिस्ट्री का कहना है, 'इंटेलिजेंस इनपुट में बताया गया है कि यह चैनल पंजाब विधानसभा चुनाव में ऑनलाइन मीडिया का इस्तेमाल कर अशांति पैदा करने का प्रयास करता रहा है। इसके चलते सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने आईटी नियमों के तहत इमरजेंसी पावर का इस्तेमाल करते हुए पंजाब पॉलिटिक्स टीवी के डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को ब्लॉक करने का फैसला लिया था।'
सिख्स फॉर जस्टिस नाम के संगठन पर अलगाववादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के आरोप लगते रहे हैं। कुछ वक्त पहले लुधियाना कोर्ट में हुए बम धमाके में भी इसी संगठन का नाम शामिल आया था। इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी की पंजाब में सुरक्षा चूक के मामले में भी यह संगठन चर्चित हुआ था।
पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा चूक से जुड़े केस के वकीलों को इस संगठन की ओर से धमकी दिए जाने की बात सामने आई थी। यही नहीं इस संगठन का नाम ब्रिटेन समेत कई देशों में खालिस्तान के समर्थन में रेफरेंडम कराने के मामले में भी सामने आया था।
क्या है सिख फॉर जस्टिस संगठन?
अमेरिका में बने सिख फॉर जस्टिस की शुरुआत साल 2007 में हुई थी. इस संगठन का मुख्यरूप से एजेंडा पंजाब में अलग से खालिस्तान बनाने का है. अमेरिका में वकील और पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री ले चुका गुरपतवंत सिंह पन्नू SFJ का चेहरा है, जो लगातार सुर्खियों में बना रहता है।